Kedarnath Dham Yatra: अभी चारधाम यात्रा चल रही है. बाबा केदारनाथ (Kedarnath) के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) पहुंच रहे हैं. केदारनाथ धाम की यात्रा का बेहद धार्मिक महत्व है. उत्तराखंड राज्य (Uttarakhand) के केदारनाथ में बाबा केदार का ज्योतिर्लिंग है. जिसका दर्शन करने के लिए दूर-दूर के भक्त पहुंचते है. इस बार केदारनाथ के कपाट बीते 3 मई को खोल दिए गए थे. लेकिन इस वक्त भी केदारनाथ धाम में भक्तों का तांता लगा हुआ है. साथ ही श्रद्धालुओं की संख्यां प्रतिदिन बढ़ता ही जा रही है. यात्रा के क्रम में कई श्रद्धालुओं की मौत की भी खबर आई है. वैसे तो श्रद्धालुओं की मौत की वजह हादसा बताई जा रही है, लेकिन कई बार खुद की गलती भी मौत की वजह बन जाती है. ऐसे में जानते हैं कि केदारनाथ यात्रा के क्रम में किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
केदारनाथ यात्रा में रखें इन बातों का विशेष ध्यान | Precautions for Kedarnath Dham Yatra
बाबा केदारनाथ का मंदिर हिमालय की पहड़ियों के बीच अवस्थित है. ऐसे में तीर्थ यात्रा करने से पहले मौसम का मिजाज जान लेना अच्छा रहता है. बारिश के मौसम में यात्रा के परहेज करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां भू-स्खलन और अन्य आपदाओं का खतरा बराबर बना रहता है.
आप भले ही गर्मी के मौसम में केदारनाथ की यात्रा करने जा रहे हैं, लेकिन वहां पहुंचने के बाद ऐसा भी हो सकता है कि आपको असहज ठंढ़ महसूस हो. ऐसे में यात्रा में अपने साथ गर्म कपड़े जरूर ले जाएं.
जो श्रद्धालु दिल के मरीज हैं, उन्हें पहाड़ी क्षेत्र की यात्रा करने से परहेज करना चाहिए. ऊंचाई पर चढ़ने के कारण हो सकता है कि आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगे. फिर भी अगर यात्रा करना चाहते हैं तो अपने के साथ किसी ऐसे व्यक्ति को ले जाएं जो आपके लिए हमेशा तत्पर रहे.
श्रद्धालु कई बार ऐसा प्लान बना लेते हैं कि एक दिन में ही बाबा केदार के दर्शन कर वापस लौटकर आ जाएं. दरअसल ऐसा करना नुकसानदेह हो सकता है. सुबह सवेरे यात्रा की शुरुआत करें और बाबा केदारनाथ के दर्शन के पश्चात रात को विश्राम वहीं करें. फिर अगले दिन वापसी में गौरीकुंड के लिए यात्रा शुरू करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)