Papmochani Ekadashi 2021: आज 7 अप्रैल को पापमोचनी एकादशी है. हिंदू धर्म में चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पापमोचनी एकादशी कही जाती है. इस एकादशी पर पूरे विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. मान्यताओं के अनुसार, इस खास और पवित्र दिन पूजा-पाठ और व्रत करने से लोगों को पापों से मुक्ति मिलती है. इसलिए इस एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहा जाता है. इसके अलावा इस दिन व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है.
पापमोचनी एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि आरंभ: 07 अप्रैल, बुधवार रात 02: 09 मिनट से.
एकादशी तिथि समाप्त: 08 अप्रैल, गुरुवार रात 02:28 पर
हरिवासर समाप्त होने का समय: 08 अप्रैल, गुरुवार सुबह 08: 40 पर
एकादशी व्रत पारण मुहूर्त: 08 अप्रैल, गुरुवार दोपहर 01: 39 मिनट से शाम 04:11 मिनट तक.
पापमोचनी एकादशी पर क्या करें
- पापमोचनी एकादशी पर व्रत दो तरह से रखा जा सकता है- जैसे निर्जल और फलाहारी.
- एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. इसलिए इस पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए.
- इस दिन सिर्फ जल और फलों का ही सेवन करना चाहिए.
- एकादशी के दिन सिर्फ सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए और मांस- मदिरा से दूर रहना चाहिए.
- इस दिन दान करना बेहद फलदायी माना जाता है. इसलिए इस दिन दान जरूर करें.
इस विधि से करें पूजा
- एकादशी के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठें
- उठने के बाद स्नान करके साफ-सुथरे कपड़े पहनें और व्रत का संकल्प लें.
- भगवान विष्णु को दीप, चंदन, धूप और फल अर्पित करें और पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करें.
- भगवान की आरती करें और व्रत कथा सुनें.
- रात्रि के समय सोएं नहीं, बल्कि भजन-कीर्तन करके जागरण करें.
- व्रत खोलने से पहले किसी ब्राह्मण को भोजकर कराएं और दान दें.