Planets and relatives in astrology: जीवन में हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उसकी किस्मत के सितारे हमेशा चमकते रहें और उसे जीवन में कभी कोई परेशानी न हो, लेकिन नवग्रहों की चाल अक्सर हमारी लाइफ में उतार-चढ़ाव का कारण बनती है. पृथ्वी पर जन्म लेते ही इंसान जिन नवग्रहों से जुड़ जाता है, उससे जुड़े दोष को दूर करने का यदि कोई उपाय कारगर नहीं साबित हो रहा है तो आपको एक बार उससे जुड़े रिश्ते को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार किस ग्रह को मजबूत बनाने के लिए किस रिश्ते या नाते को मधुर बनाते हुए मजबूत करना चाहिए, आइए इसे विस्तार से जानते हैं.
सूर्य ग्रह से जुड़े रिश्ते
ज्योतिष के अनुसार यदि आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर होकर आपकी परेशानियों का कारण बन रहा है तो आपको तमाम तरह के उपायों को करने के साथ अपने पिता के साथ संबंध जरूर अच्छे बना कर रखने चाहिए क्योंकि सूर्य का संबंध पिता से ही होता है. इसके साथ आप प्रतिदिन उगते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य देकर आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
चंद्रमा से जुड़े रिश्ते
ज्योतिष के अनुसार यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा परेशानियों का कारण बन रहा है तो आपको अपनी मां और मौसी से बेहतर तालमेल बनाते हुए उन्हें हर प्रकार से प्रसन्न रखने का प्रयास करना चाहिए.
मंगल ग्रह से जुड़े रिश्ते
ज्योतिष के अनुसार मंगल का संबंध आपके मित्र और भाई से होता है. ऐसे में यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है और आपको उसके कारण तमाम तरह की दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है तो उसकी शुभता को पाने के लिए आपको अपने मित्र और भाई के साथ अच्छे संंबंध बनाकर रखना चाहिए. मंगल ग्रह की शुभता पाने के लिए भूलकर भी उनकी उपेक्षा न करें.
बुध ग्रह से जुड़े रिश्ते
यदि आपकी कुंडली में नवग्रहों के राजकुमार कहलाने वाले बुध ग्रह विपरीत फल प्रदान कर रहे हैं तो आपको उसकी शुभता पाने के लिए सबसे पहले अपनी बहन और बुआ का विशेष ख्याल रखते हुए, उनके साथ अपने संंबंध बेहतर बनाना चाहिए. बुध का संबंध बेटी, साली और मामा-मामी से भी होता है, इसलिए इनके साथ भी अच्छे संबंध बनाए रखें.
बृहस्पति से जुड़े ग्रह
यदि आपकी कुंडली में गुरु ग्रह विपरीत फल प्रदान कर रहे हैं या फिर उनके कमजोर होने के कारण आपके सुख-सौभाग्य में कमी आ रही है तो आपको अपने गुरु और दादा का सम्मान करें और उन्हें हर प्रकार से सम्मान देते हुए खुश रखने का प्रयास करें.
शुक्र ग्रह से जुड़े रिश्ते
ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह का संबंध आपकी पत्नी से होता है. ऐसे में यदि आपकी कुंडली में शुक्र कमजोर होकर सुख-सुविधा, भोग-विलास, प्रेम आदि में परेशानी का कारण बन रहा है तो आपको अपनी पत्नी को प्रसन्न रखते हुए उसे हमेशा खुश रखने का प्रयास करना चाहिए.
शनि ग्रह से जुड़े रिश्ते
ज्योतिष में शनि ग्रह को न्यायाधीश कहा गया है जो लोगों को उनके कर्म का पूरा फल प्रदान करते हैं. यदि आपकी कुंडली में शनि दोष है और आपको उसके कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो आपको इस ग्रह से जुड़े रिश्ते-नाते यानि चाचा और मामा का विशेष रूप से सम्मान करना चाहिए. साथ ही साथ अपने अधीनस्थ कर्मचारियों आदि को प्रसन्न रखने की कोशिश करनी चाहिए.
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राहु ग्रह से जुड़े रिश्ते
ज्योतिष के अनुसार यदि आपके काम में राहु रोड़े अटका रहा है तो आपको उससे जुड़े दोष को दूर करने के लिए अपने साले और ससुर के साथ संबंध को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए.
केतु ग्रह से जुड़े रिश्ते
ज्योतिष के अनुसार यदि आपकी कुंडली में केतु कष्टों का बड़ा कारण बन रहा है तो आपको उससे जुड़े दोष को दूर करने के लिए तमाम तरह के ज्योतिष उपायों को करने के साथ अपनी संतान और नाना के साथ संबंध को मधुर बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)














