Donation in Vaishakh: वैशाख है भगवान विष्णु का प्रिय माह, इन खास चीजों का दान करने से मिलता है राजा जैसा सुख

Donation in Vaishakh: वैशाख को सभी माहों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. यह माह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है. इसे माधव मास भी कहा जाता है. इस माह में दान का बहुत अधिक महत्व होता है.

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आइए जानते हैं वैशाख माह में किन चीजों का दान करने से प्रसन्‍न होंगे भगवान व‍िष्‍णु.

Donation in Vaishakh: स्कंद पुराण में हिंदू धर्म के 12 माहों का वर्णन किया गया है. वर्ष के दूसरा माह वैशाख को सभी माहों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. यह माह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है. इसे माधव मास भी कहा जाता है. इस बार वैशाख माह 14 अप्रैल से 13 मई 2025 तक रहेगा.  इस माह में अक्षय तृतीया का पर्व भी आता है. स्कंद पुराण के अनुसार नारद जी ने राजा अम्बरीष को वैशाख माह के महत्व के बारे में विस्तार से बताया है. उनके अनुसार इस माह में कुछ खास चीजों का दान (Vaishakh Mein Daan Se Kya Hota Hai) करने से हर जन्म में राजा जैसा भाग्य प्राप्त (Vaishakh Ke Upay)  हो सकता है. आइए जानते हैं वैशाख माह में किन चीजों का दान करने से (Vaishakh Mein Kya Daan Karna Chahiye) भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और इस माह में स्नान करने का क्या महत्व है.

सबसे श्रेष्ठ माह है वैशाख  (Vaishakh is the best month)

स्कंद पुराण के अनुसार नारद जी ने राजा अम्बरीष को बताया कि वर्ष के सभी माहों में वैशाख माह वैसे ही श्रेष्ठ है जैसे सभी प्रकार की विद्या में वेद विद्या, वृक्षों मं कल्पतरु, गायों में कामधेनु, नागों में शेषनाग, पक्षियों में गरुड़, देवताओं में विष्णु, वर्णों में ब्राह्मण, साथ रहने वालों में पत्नी, नदियों में गंगा, अस्त्रों में सदुर्शन चक्र ओर धातुओं में सोना श्रेष्ठ है. यह माह भगवान विष्णु का सबसे प्रिय माह है और  इस माह दान व स्नान से भगवान की कृपा प्राप्त होती है.  

वैशाख माह में स्नान का महत्व ( Importance of bathing in the month of Vaisakha)

नारद जी ने राजा अम्बरीष को बताया कि वैशाख माह में प्रति दिन सूरज उगने से पहले स्नान करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. वैशाख माह में नियम से स्नान करने वाले भक्तों को भगवान विष्णु सभी पापों से मुक्त कर देते हैं. इस माह स्नान के नियमों का पालन नहीं करने से देवताओं के शाप का सामना करना पड़ सकता है.

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वैशाख माह में दान का महत्व  (Importance of donation in the month of Vaisakha)

वैशाख माह पवित्र नदियों जैसे गंगा नदी में स्नान करने के बाद दान करने का बहुत महत्व है. मान्यता है कि इसी माह में  ब्रह्मा जी ने तिल का निर्माण किया था  इसलिए इस मास तिल का विशेष प्रयोग किया जाता है भोजन, स्नान और दान-पुण्य में काले और सफेद तिलों का प्रयोग जरूर करना चाहिए. नारद जी ने राजा अम्बरीष को बताया कि वैशाख माह में दान का बहुत महत्व है. इस माह में जूते दान करने से संसार के दुखों से मुक्ति मिल जाती है. यहां तक कि इस माह केवल जलदान करने से तीर्थ करने के बराबर पुण्य प्राप्त हो सकता है. इस माह में जूते, चप्पल, पानी, पंखे, खड़ाऊं, अन्न, बिस्तर, पलंग, चटाई जैसी चीजों का दान करना अत्यंत शुभ माना गया है. इसके अलावा घड़े, मिट्टी के बर्तन, सत्तू, शरबत, खीरा, खरबूज, तरबूज, छाता के दान को भी शुभ माना जाता है.

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मंगल कार्यों की शुरुआत (Beginning of auspicious works)

वैशाख माह में माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा पाने का पर्व अक्षय तृतीया और मोहिनी एकादशी मनाया जाता है. इस माह में सभी प्रकार के मंगल कार्यों की शुरुआत हो जाती है. इस महीने में परशुराम जी के अवतरित होने का उत्सव भी मनाया जाता है.  साल भर में एक ही बार बांके बिहारी के चरणों के दर्शन वैशाख महीने में ही होते हैं. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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