Maa Skandmata Ki Aarti Hindi Day 5 Navaratri 2025: नवरात्रि के पांचवें दिन देवी स्कंदमाता की पूजा करने का विधान है. हिंदू मान्यता के अनुसार भगवती के इस पावन स्वरूप की विधि-विधान से पूजा करने पर व्यक्ति के सारे कष्ट और भय दूर होते हैं और वह निर्भय होकर सुखी जीवन जीता है. हिंदू मान्यता के अनुसार मां स्कंद माता चार भुजाओं वाली हैं और वे शेर की सवारी करती हैं. देवी दुर्गा के 9 अवतारों में से मां स्कंदमाता की पूजा पांचवें दिन तब तक अधूरी मानी जाती है, जब तक आप पूजा के अंत में आरती नहीं करते हैं. आइए मां स्कंदमाता की आरती पढ़ते हैं.
मां स्कंदमाता की आरती (Maa Skandmata Ki Aarti Lyrics)
जय तेरी हो स्कंद माता.
पांचवां नाम तुम्हारा आता.
सबके मन की जानन हारी.
जग जननी सबकी महतारी.
तेरी जोत जलाता रहू मैं.
हरदम तुझे ध्याता रहू मै.
कई नामों से तुझे पुकारा.
मुझे एक है तेरा सहारा.
कही पहाडो पर है डेरा.
कई शहरों में तेरा बसेरा.
हर मंदिर में तेरे नजारे.
गुण गाए तेरे भक्त प्यारे.
भक्ति अपनी मुझे दिला दो.
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो.
इंद्र आदि देवता मिल सारे.
करे पुकार तुम्हारे द्वारे.
दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए.
तू ही खंडा हाथ उठाए.
दासों को सदा बचाने आयी.
भक्त की आस पुजाने आयी.
स्कंदमाता के सिद्ध मंत्र (Powerful mantra of Skandamata)
मां स्कंदमाता का ध्यान मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:.
Navratri 2025 Day 5 Maa skandmata: नवरात्रि के पांचवें दिन कैसे करें देवी स्कंदमाता की पूजा, जानें पूरी विधि, मंत्र और महत्व
मां स्कंदमाता का प्रार्थना मंत्र
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया.
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी.
मां स्कंदमाता का जप मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं स्कन्दमातायै नमः.
नवरात्रि के पांचवें दिन की पूजा का महाउपाय
हिंदू मान्यता के अनुसार नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा में पीले या फिर सफेद रंग के पुष्प चढ़ाना चाहिए. इसी प्रकार माता के लिए इन्हीं दोनों रंग के वस्त्र जैसे चुनरी, आसन आदि का प्रयोग करना चाहिए. हिंदू मान्यता के अनुसार देवी स्कंदमाता की पूजा में केले का भोग लगाने से कामनाएं शीघ्र ही पूरी होती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)