हर वर्ष भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) मनाई जाती है. इस दिन को भगवान गणेश (Lord Ganesh ) की जन्म तिथि माना गया है और इसलिए गणोश चतुर्थी से लेकर अगले दस दिन तक धूमधाम से गणेश जन्मोत्सव के रूप में गणेश उत्सव मनाया जाता है. भक्त घर-घर में बप्पा की मूर्ति की स्थापना करते हैं और दस दिन तक विधि विधान से उनकी पूजा अर्चना करते हैं. यह त्योहार महाराष्ट्र में काफी जोर शोर से मनाया जाता है. हालांकि अब पूरे देश में गणेश उत्सव मनाया जाने लगा है. आइए जानते हैं इस वर्ष कब है गणेश चतुर्थी और इस अवसर पर बनने वाले योग (Yog on Ganesh Chaturthi).....
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कब है गणेश चतुर्थी
इस वर्ष भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को 3 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 37 मिनट तक है. सूर्य के उगने के अनुसार 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी और इस दिन भक्त अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करेंगे. 7 सितंबर को गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 3 मिनट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक है. गणेश जी की स्थापना के बाद उनके पूजन के लिए 2 घंटे 31 मिनट का समय काफी शुभ है.
गणेश चतुर्थी के योग
इस बार गणेश चतुर्थी पर चार शुभ योग बन रहे हैं. सुबह शुरू हो रहा ब्रह्म योग रात के 11 बजकर 17 मिनट तक है. उसके बाद इंद्र योग बन रहा है. इसके अलावा इस दिन सुबह 6 बजकर 2 मिनट से रवि योग बन रहा है और यह योग दोपहर को 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग 12 बजकर 34 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 3 मिनट तक है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)