Karwa Chauth Vrat 2025: सनानन परंपरा में कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को अत्यंत ही पावन माना गया है. हिंदू धर्म में इसे करवा चौथ व्रत के नाम से जाना जाता है, जिसका इंतजार सुहागिन महिलाएं पूरे वर्ष करती हैं. करवा चौथ का व्रत अखंड सौभाग्य का वरदान देने वाली चौथ माता और सुख-सौभाग्य का वरदान देने वाले चंद्र देवता को समर्पित है. यह पावन पर्व पति और पत्नी के पवित्र रिश्ते को और भी ज्यादा मजबूत बनाते हुए सुखी दांपत्य जीवन की कामना लिए मनाया जाता है. आइए पति की आयु और दांपत्य सुख को बढ़ाने वाले करवा चौथ व्रत से जुड़े जरूरी नियम के बारे में जाने-माने ज्योतिषविद् और धर्म-कर्म के मर्मज्ञ पं. राज मिश्रा से जानते हैं.
1. चंद्रमा के अर्घ्य बगैर अधूरा है करवा चौथ का व्रत
हिंदू मान्यता के अनुसार करवा चौथ का व्रत रखने वाली सुहागिन महिला को कभी भूलकर भी चंद्रमा के उदय होने से पहले व्रत का पारण नहीं करना चाहिए अन्यथा उसका पुण्यफल नहीं मिलता है. करवा चौथ का व्रत चंद्रमा को अर्घ्य दिये बगैर अधूरा माना जाता है. यदि किसी कारणवश आपको चंद्रमा न दिखाई दे तो आप चांदी के सिक्के या फिर भगवान शिव के मस्तक पर सजे चंद्रमा का दर्शन करके अपना व्रत पूर्ण करें.
2. तब भूलकर न दें चंद्रमा का अर्घ्य
हिंदू मान्यता के अनुसार यदि कोई सुहागिन महिला व्रत के दौरान मासिक धर्म की स्थिति में आ जाए तो उसे न तो चौथ माता की मूर्ति का स्पर्श करना चाहिए और न ही चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. हालांकि बगैर पूजन किए वह अपने व्रत को जारी रख सकती है. इस नियम को न मानने पर व्रत का पुण्यफल नहीं मिलता है.
3. करवा चौथ व्रत में दिन के समय न सोएं
हिंदू मान्यता के अनुसार न सिर्फ करवा चौथ वाले दिन बल्कि किसी भी व्रत में दिन के समय सोना नहीं चाहिए. हालांकि यह नियम बुजुर्ग और बीमार लोगों पर नहीं लागू होता है, लेकिन स्वस्थ सुहागिन महिलाओं को दिन में भूलकर भी सोना नहीं चाहिए.
4. सूतक लगने पर न करें पूजन
यदि करवा चौथ व्रत वाले दिन किसी के घर-परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए तो सूतक लगने पर महिला अपना व्रत जारी रख सकती है लेकिन उसे पूजन भूलकर भी नहीं करना चाहिए अन्यथा उसका दोष लगता है.
Karwa Chauth Moon Rise Time: दिल्ली-नोएडा समेत बड़े शहरों में कब दिखाई देगा करवा चौथ का चांद? नोट कर लें सही समय
5. नुकीली चीजों का न करें उपयोग
करवा चौथ व्रत वाले दिन नुकीली चीजें जैसे सुई, कैंची, चाकू आदि का प्रयोग नहीं किया जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार ऐसी चीजों का उपयोग इस व्रत वाले दिन अशुभ माना गया है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)