Kartik Purnima 2025: सनातन परंपरा में न सिर्फ तीज-त्योहार बल्कि प्रतिदिन जगत के पालनहार माने जाने वाले भगवान विष्णु और जीवन की तमाम जरूरतों को पूरा करने वाली धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, लेकिन इस पूजा का महत्व तब और भी ज्यादा बढ़ जाता है जब कार्तिक पूर्णिमा का पर्व आता है. हिंदू मान्यता के अनुसार कार्तिक का पूरा महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस महीने किया गया स्नान और दान सौ गुना ज्यादा फलदायी होता है.
आज बुधवार को कार्तिक माह का आखिरी दिन है. आइए जानते हैं कि जिस कार्तिक पूर्णिमा को स्नान-ध्यान, जप-तप आदि के लिए बहुत ज्यादा फलदायी माना गया है, उस दिन किन चीजों का दान करने पर जीवन से जुड़े कष्ट दूर और कामनाएं पूरी होती हैं.
कार्तिक पूर्णिमा के दान का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि पर धर्म-कर्म करने के दान करने को अत्यधिक फलदायी बताया गया है लेकिन इसका महत्व तब और बढ़ जाता है जब यह कार्तिक पूर्णिमा यानि देव दीपावली वाले दिन किया जाता है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान करने से सभी पापों का नाश होता है और धन-धान्य, सुख-संपदा तथा ईश्वर की कृपा का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
कार्तिक पूर्णिमा पर किन चीजों का करें दान
हिंदू मान्यता के अनुसार दिन और पर्व के अनुसार चीजों का दान करने पर उसके शुभ फल में वृद्धि होती है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन अन्न दान का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. इस दिन गेहूं, चावल, दाल, आटा या चीनी का दान किया जा सकता है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन अन्न दान करने वाले व्यक्ति के घर का अन्न भंडार हमेशा भरा रहता है.
संध्या के समय करें दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान करना भी शुभ माना जाता है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर के पास किसी मंदिर पर या घाट पर दीपदान करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन के अंधकार से छुटकारा मिलता है.
इस दान से बरसेगी लक्ष्मी और नारायण की कृपा
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तिल, गुड़ और घी का दान करना भी शुभ होता है. माना जाता है कि इन तीनों चीजों का दान करने से उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है और भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की सदैव कृपा बनी रहती है. इसके साथ ही कार्तिक पूर्णिमा के दिन कपड़ों का दान करना शुभ माना जाता है. गर्म कपड़ों या कंबल का दान करना ज्यादा अच्छा रहता है, इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी पैसों की कमी नहीं होने देते.
इन चीजों का भी करें दान
इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा के दिन मीठे व्यंजनों का भी दान कर सकते हैं या ब्राह्मणों को भोजन कराना भी उत्तम रहेगा. हालांकि, दान करने से पहले कुछ नियमों का पालन भी करना होता है. पहले कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह उठकर स्नान करें. अगर आप पवित्र नदियों से दूर रहते हैं, तो घर में मौजूद गंगाजल या यमुनाजल को नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें. इससे पवित्र नदियों में स्नान करने जितना ही पुण्य मिलेगा. इसके बाद सच्चे भाव से दान करने का संकल्प लें और पूरी इच्छा से दान करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)














