Margashirsha month : कल से यानि 09 नवंबर से हिन्दी महीना अगहन शुरू हो गया है. यह महीना बहुत पवित्र होता है. इस महीने में लोग देवी लक्ष्मी (godess lakshmi) और भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना शुरू कर देते हैं. इनकी पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. मार्गशीर्ष के महीने में शंख की पूजा करना शुभ होता है. इससे सुख-समृद्धि घर में आती है. क्योंकि यह यंत्र भगवान कृष्ण को बहुत प्रिय है. इसलिए इनकी पूजा में शंख होना बहुत जरूरी होता है.
मार्गशीर्ष के महीने में कैसे करें भगवान कृष्ण की पूजा
- इस महीने में भगवान कृष्ण को भोग लगाते समय तुलसी जरूर डालें. इसके बाद कृं कृष्णाय नम:, ऊँ नमो भगवते गोविन्दाय, ऊँ नमो भगवते नन्दपुत्राय या ऊँ कृष्णाय गोविन्दाय नमो नम: मंत्र का जाप करें.
-इस पवित्र महीने में स्नान का भी खास महत्व है. कहा जाता है कि मार्गशीर्ष में गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. अगर नदी में स्नान करना संभव ना हो तो नहाने वाले पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं.
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मार्गशीर्ष महीने में दान कर्म करना शुभ होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस महीने में वस्त्र और चांदी का दाना करना बेहद पुण्य कार्य होता है. इसके अलावा मार्गशीर्ष में अन्न का दान करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
- महाभारत के अनुसार मार्गशीर्ष के महीने में एक ही समय भोजन करना चाहिए. इसके साथ ही अपनी क्षमता के अनुसार ब्राह्मण भोजन कराना भी शुभ होता है. इस महीने में भोजन से जुड़े नियम का पालन करने से कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिल सकती है. कहा जाता है कि इस महीने में व्रत रखने से व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्थिति अच्छी रहती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)