Pitru Paksh 2022 : पितर पक्ष के महीने में लोग पितरों का श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि करते हैं. 15 दिन के पितर पक्ष में लोग अपने पूर्वजों को खुश करने के लिए गरीबों को दान, गाय, चिड़िया, कुत्ते को खाना खिलाते हैं. इस दौरान पितरों का स्मरण (Pitru Paksh) करने में लोग गुजारते हैं. पितर पक्ष के महीने में लोग शादी, विवाह, कथा आदि नहीं कराते हैं. ऐसा करना शुभ नहीं मानते हैं. एक सवाल लोग बहुत करते हैं कि अगर इस माह में बच्चे का जन्म होता है, तो फिर उसे शुभ माना जाएगा या अशुभ. तो चलिए जानते हैं इसके पीछे का असली कारण.
पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे का जन्म शुभ है या अशुभ ?
- पितृ पक्ष के महीने में जन्मे बच्चे बहुत शुभ होते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बच्चे का स्वभाव बहुत रचनात्मक होता है. वे अपनी रचनात्कता के माध्यम से बहुत यश प्राप्त करते हैं. इस दौरान जन्मे बच्चे को पूर्वजों का खूब आशीर्वाद मिलता है. ऐसे बच्चे परिवार के लिए बहुत शुभ साबित होते हैं.
- पितर पक्ष के महीने में पूर्वज अपने घर आते हैं ऐसी मान्यता है लोगों की. मान्यता है कि पितर अपने परिवार से मिलने किसी भी रूप में आ सकते हैं, जैसे- गाय, कुत्ता, बिल्ली, कौवा. इसलिए पितर पक्ष के महीने में लोग किसी को भी अपने घर से खाली हाथ नहीं लौटाते हैं. इस कारण पितर पक्ष के महीने में लोग पिंडदान, श्राद्ध आदि कराते हैं घर की सुख समृद्धि के लिए.
- आपको बता दें कि पितृ पक्ष का महीना 10 सितंबर से शुरू हुआ है जिसका समापन 25 सितंबर को होगा. फिर अगले दिन से नवरात्र शुरू हो जाएगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)