Laddu gopal Janmashtami care : जन्माष्टमी के पर्व को बस कुछ दिन ही बाकी है. ऐसे में कृष्ण मंदिरों में जोर शोर से तैयारी शुरू कर दी गई है. वहीं, बाजार सुंदर-सुंदर बाल गोपाल की मूर्तियों (Bal gopal) और रंग-बिरंगे कपड़ों से सज गया है. लोग अपने हिसाब से लड्डू गाोपाल (laddu gopal) की प्रतिमा घर पर ला रहे हैं. जन्माष्टमी के दिन घर में कान्हा (kanha) को 56 भोग लगाया जाता है. साथ ही पालने को फूल और लाइट से सजाया जाता है. क्या आपको पता है जन्माष्टमी में लड्डू गोपाल की केयर कैसे की जाती किन 5 बातों को ध्यान में रखना जरूरी होता है, तो चलिए जानते हैं.
ऐसे रखें जन्माष्टमी में लड्डू गोपाल का ध्यान | how to care laddu gopal in janmashtami
- श्री कृष्ण के बाल रूप को रोजाना स्नान कराया जाता है. लड्डू गोपाल की प्रतिमा को शंख में दही, शहद, गंगाजल और घी डालकर स्नान कराना चाहिए.
- वहीं, स्नान के बाद उन्हें नए वस्त्र धारण कराएं. कान्हा का हर दिन वस्त्र बदलें. उन्हें चंदन लगाएं. सिंगार भी रोज करना जरूरी है.
- लड्डू गोपाल को भोग लगाना भी उतना ही जरूरी है रोज. श्री कृष्ण के बाल रूप को माखन-मिश्री, बूंदी के लड्डू, खीर का भोग लगाना अच्छा होता है.
- वहीं, श्री कृष्ण के बालरूप का नियमित आरती भी करनी चाहिए. आरती के दौरान लड्डू गोपाल को केला और बेल का फूल चरणों में अर्पित करना चाहिए.
- श्री कृष्ण के बाल रूप का ध्यान एक बच्चे की भांति रखना होता है. तभी जाकर जन्माष्टमी का व्रत सफल होता है. भगवान के बालरूप को कभी भी घर में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए. बाहर जाने पर उन्हें साथ में लेकर जाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)