Holashtak 2024: जानें कब से लगेंगे होलाष्टक, इस दौरान भूलकर भी न करें ये मांगलिक कार्य वरना पड़ेगा पछताना

Holashtak Date: हिंदू धर्म में होलाष्टक के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. मान्यता है कि इस दौरान शादी, मुंडन या फिर गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य करने पर उनका अच्छा फल नहीं प्राप्त होता.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Holashtak 2024: होलाष्टक पर क्या करें और क्या नहीं जानिए यहां.

Holashtak 2024: रंगों का त्योहार होली आने वाला है. इस वर्ष 24 मार्च को होलिका दहन होगा और इसके एक दिन बाद यानी 25 मार्च को होली मनाई जाएगी. रंगों के इस त्योहार से आठ दिन पहले होलाष्टक लग जाते हैं. 17 मार्च से शुरू होने वाला होलाष्टक 24 मार्च तक रहेगा. होलिका दहन के साथ ही इनकी समाप्ति हो जाएगी. मान्यतानुसार होलाष्टक के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. मान्यता है कि इस दौरान शादी (Marriage), मुंडन या फिर गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य करने पर उनका अच्छा फल नहीं प्राप्त होता. ऐसे में चलिए जानते हैं इन आठ दिवसीय होलाष्टक के दौरान कौन-कौन से कार्य करने चाहिए और कौन-कौन से नहीं.

Holi 2024: होली खेलने से जुड़ी हैं कई पौराणिक कथाएं, जानिए भगवान शिव और कामदेव की कहानी

भूलवश भी न करें ये कार्य

  • होलाष्टक में विवाह, मुंडन, सगाई और बच्चों का नामकरण समेत 16 कार्य निषेध माने गए हैं. इस दौरान न मकान का निर्माणकार्य शुरू करना चाहिए और न ही गृह प्रवेश करना चाहिए. इसके साथ ही मकान, वाहन और जमीन की खरीददारी भी होलाष्टक में वर्जित मानी गई है.

  • इसके अतिरिक्त होलाष्टक में यज्ञ और हवन जैसे धार्मिक कार्य भी नहीं करने चाहिए. यदि आप चाहें तो होलाष्टक के पहले या बाद में यह कार्य कर सकते हैं.
  • इसके साथ ही जो लोग अपने नौकरी बदलना चाहते हैं या फिर नई नौकरी ज्वाइन करना चाहते हैं वो होलाष्टक के बाद ऐसा करें. यहां तक कि होलाष्टक के दौरान नया बिजनेस शुरू करना भी अच्छा नहीं माना जाता है.

Rangbhari Ekadashi 2024: रंगभरी एकादशी पर करें तुलसी की उपासना, मां लक्ष्मी की मिलेगी कृपा, घर में आएगी खुशहाली

जरुर करें ये काम 

  • होलाष्टक के दौरान भले ही शुभ कार्य नहीं किए जाते लेकिन इस दौरान देवी-देवताओं की उपासना बहुत ही श्रेष्ठ मानी जाती है. इन आठ दिनों में दान-पुण्य करने से लोगों पर सुख-समृद्धि की बरसात होती है.
  • धर्माचार्यों के अनुसार, इस दौरान ज्यादा से ज्यादा भगवान के भजन और पूजा-पाठ (Puja) करना चाहिए जिससे सभी समस्याओं से छुटकारा मिल सके.
  • किसी बड़ी बीमारी या रोग से पीड़ित लोग यदि होलाष्टक के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं तो उन्हें इन रोगों से छुटकारा मिलता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

Featured Video Of The Day
Maharashtra Election Results का इंतजार, महाराष्ट्र में इस बार किसकी सरकार?
Topics mentioned in this article