Hartalika Teej 2021: हिंदू धर्म में सुहागिनों और कुंवारी कन्याओं के लिए हरतालिका तीज (Hartalika Teej) बहुत ही महत्वपूर्ण और कई मायनों में खास व्रत है. इस व्रत को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस वर्ष हरतालिका तीज (Hartalika Teej 2021) 9 सितंबर 2021 को मनाई जा रही है. इस दिन सुहागिनें पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की चाह में इस व्रत को पूरे मन से करती हैं. हरतालिका तीज (Hartalika Teej) पर सुहागिनें और कुंवारी कन्याएं दोनों ही भगवान शिव और मां गौरी की विशेष पूजा-अराधना कर प्रसन्न करती हैं. इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला रहकर अगले दिन व्रत का पारण करती हैं. बता दें कि सबसे पहले इस व्रत को माता पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रखा था. आपको जानकर हैरानी होगी कि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हरतालिका तीज (Hartalika Teej) को गौरी हब्बा के नाम से जाना जाता है. अगर आप भी हरतालिका तीज (Hartalika Teej) रख रही हैं तो कुछ विशेष बातों और पूजन में प्रयोग होने वाली सामग्रियों के बारे में जान लें.
Hartalika Teej 2021: हरतालिका तीज की पूजा में इन सामग्रियों को करें शामिल
हरतालिका तीज की पूजन सामग्री (Hartalika Teej Pujan Samagri)
- गीली काली मिट्टी या बालू
- बेलपत्र
- शमी पत्र
- केले का पत्ता
- जनेऊ
- मंजरी
- वस्त्र (पीला-लाल कपड़ा)
- माता की चुनरी
- लकड़ी का पाटा
- धतूरे का फल एवं फूल
- आंक का फूल
- फल
- नारियल
- कलश
- घी-तेल
- कपूर
- कुमकुम
- अबीर
- दीपक
- सिंदूर
- सुहाग का सामान (सिंदूर, चूड़ी, बिंदी, मेहंदी, काजल) आदि.
दान करने के लिए सामग्री
हरतालिका तीज व्रत में सुहाग का सामान चढ़ाया जाता है, जिसमें बिछिया, पायल, कुमकुम, मेहंदी, सिंदूर, चूड़ी, माहौर, कलश, घी-तेल, दीपक, कंघी, कुमकुम और अबीर आदि शामिल है.