कई कोस में फैली है द्वारका नगरी, समंदर के नीचे मौजूद है श्रीकृष्ण का भव्य शहर, जानिए क्या है इसके पीछे की कहानी

भगवान कृष्ण की बनाई गई द्वारका नगरी समंदर की गहराई में ही मौजूद है. यही वजह है कि पीएम मोदी ने इस नगरी को समंदर में जाकर नमन किया.

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Dwarka temple under sea : भगवान कृष्ण (krishna) की बनाई गई द्वारका नगरी (dwarka) समंदर की गहराई में ही मौजूद है.

 Dwarka Nagri story  : हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर थे, जहां उन्होंने द्वारकाधीश के दर्शन किए और पूचा-अर्चना की. यहां पीएम मोदी (PM Modi) की कुछ ऐसी तस्वीरें भी नजर आईं, जिन्हें देखकर हर कोई हैरान रह गया. पीएम मोदी समंदर में उतर गए और यहां उन्होंने समंदर की गहराई में जाकर पूजा की. दरअसल कहा जाता है कि भगवान कृष्ण (krishna) की बनाई गई द्वारका नगरी (dwarka) समंदर की गहराई में ही मौजूद है. यही वजह है कि पीएम मोदी ने इस नगरी को समंदर में जाकर नमन किया.



कई किमी में फैली है नगरी


भगवान कृष्ण ने द्वारका नगरी को बसाया था, लेकिन समय के साथ ये नगरी पानी में समाती चली गई और आज करीब 100 फुट की गहराई में द्वारका नगरी मौजूद है. बताया जाता है कि ये द्वारका नगरी कुल 12 योजन में फैली हुई है, इसी से आप इसकी भव्यता का अंदाजा लगा सकते हैं. श्रीमदभागवत में इसका जिक्र किया गया है. 12 योजन का मतलब 48 कोस होता है और एक कोस की दूरी करीब 3 किमी तक की होती है. यानी द्वारका नगरी का कुल क्षेत्रफल 144 किमी तक फैला हुआ है.

सर्वे में हुआ था खुलासा


करीब 40 साल पहले द्वारका नगरी पर आर्कियोलॉजिकल सर्वे कराया गया था, जिसमें बताया गया कि इसका क्षेत्रफल कुल 153.6 वर्ग किमी है. इस सर्वे की रिपोर्ट में उस दौर की तमाम चीजों की भी खोज हुई थी. इसमें इस शहर की भव्यता का खुलासा हुआ था. बताया जाता है कि भगवान कृष्ण के आदेश पर शिल्पी विश्वकर्मा ने इस शहर को बनाया था. इसे खास तरीके से बनाया गया था, जिसमें सभी मकान एक ही कतार में थे. ऐसी मान्यता है कि भगवान कृष्ण के कहने पर समुद्र ने ये जमीन द्वारका शहर बनाने के लिए दी थी और भगवान के जाने पर इसे वापस ले लिया.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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