Shani Amavasya 2022: वैशाख मास की शनि अमावस्या (Shani Amavasya) 30 अप्रैल को मनाई जाएगी. संयोग से इस बार शनि अमावस्या (Shani Amavasya) पर साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है. शनि अमावस्या (Shani Amavasya) का दिन शनि देव (Shani Dev) की कृपा पाने के लिए खास माना जाता है. मान्यता है इस इस दिन विशेष पूजा-पाठ करने से शनि की पीड़ा से राहत मिलती है. इसके अलावा मान्यता यह भी है कि इस दिन उन कामों से बचना चाहिए जिससे शनि देव कुपित होते हैं. ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के मुताबिक जिस पर शनि देवी की कुदृष्टि पड़ती है, उसका बुरा समय शरू हो जाता है. ऐसे में जानते हैं कि शनि अमावस्या (Shani Amavasya)के दिन कौन से काम नहीं करना चाहिए.
- धार्मिक मान्यता के अनुसार शनि अमावस्या (Shani Amavasya) के दिन बाल दाढ़ी या नाखून नहीं काटना चाहिए. दरअसल ऐसा करने से शनि दोष लगता है. साथ ही शनि देव नाराज होते हैं.
- माना जाता है कि इस दिन किसी भी भूखे व्यक्ति या जरूरतमंदों को घर से खाली हाथ नहीं जाने देना चाहिए. मान्यता है कि इस जरुरतमंदों की मदद करने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
- शनि अमावस्या के दिन यदि कोई दिव्यांग या असहाय मदद के लिए गुहार लगा रहा हो तो उसकी अनदेखी या उसे लज्जित ना करें, बल्कि उसकी मदद करें. ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
- शनि अमावस्या के दिन मदीरापान, जुआ, चोरी, व्याभिचारिता जैसे बुरे कर्मों में बिल्कुल दूर रहना चाहिए. कहा जाता है कि ऐसा करने से शनि की कुदृष्टि पड़ती है. जिससे जीवन में तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
- शनि अमावस्या के दिन अपने से बड़े, माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों, गुरुजनों का अपमान ना करें. साथ ही उनके साथ किसी प्रकार का द्वेष भाव ना रखें. माना जाता है कि ऐसा करने से शनि देव कुपित हो जाते हैं.
- इस दिन कुत्ते, गाय, घोड़े या अन्य जीव जंतुओं को नुकसान ना पहुंचाएं, क्योंकि ऐसा करने पर शनि देव के क्रोध का भागी बनना पड़ सकता है. इसके अलावा व्यभिचार, दुराचार, दुर्व्यवहार जैसे बुरे कर्मों से दूर रहें. इसके अलावा ऐसे लोगों से भी दूर रहें.
सिटी सेंटर: हनुमान मंदिर के सेवादार यूसुफ पेश कर रहे भाईचारे की मिसाल
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)