सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है. वहीं शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित है, आज के दिन धन और यश की देवी मां लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. कहते हैं मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) धन-संपत्ति की देवी हैं, जो जीवन में सुख-सौभाग्य को बनाएं रखती हैं. धर्मग्रंथों में धन समृद्धि की देवी लक्ष्मी को बताया गया है. माता लक्ष्मी को भगवान श्री हरि विष्णु की पत्नी और आदिशक्ति भी कहा जाता है. शास्त्रों में कहा गया है कि माता लक्ष्मी का पवित्र तन-मन से पूजन और व्रत करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. देवी की पूजा के समय उनके 18 पुत्रों का नाम लेना शुभ माना जाता है. आइए जानते हैं मां लक्ष्मी के पुत्रों के नाम.
ऋग्वेद में लक्ष्मी पुत्रों के नाम
ऋग्वेद में लक्ष्मी जी के 4 पुत्रों का नाम इस श्लोक में आया है.
आनंद: कर्दम: श्रीदश्चिकलीत इति विश्रुता
ऋषय: श्रिय: पुत्राश्व मयि श्रीर्देवी देवता
मां लक्ष्मी के 18 पुत्रों के नाम
ॐ देवसखाय नम:
ॐ चिक्लीताय नम:
ॐ आनन्दाय नम:
ॐ कर्दमाय नम:
ॐ श्रीप्रदाय नम:
ॐ जातवेदाय नम:
ॐ अनुरागाय नम:
ॐ सम्वादाय नम:
ॐ विजयाय नम:
ॐ वल्लभाय नम:
ॐ मदाय नम:
ॐ हर्षाय नम:
ॐ बलाय नम:
ॐ तेजसे नम:
ॐ दमकाय नम:
ॐ सलिलाय नम:
ॐ गुग्गुलाय नम:
ॐ कुरूण्टकाय नम:
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)