मां सरस्वती को समर्पित बसंत पंचमी का पर्व इस साल 5 फरवरी, 2022 को मनाया जाएगा. इस खास पर्व में विद्या और कला की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती हैं. माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को बागीश्वरी जयंती और श्रीपंचमी भी कहा जाता है. इस दिन मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन संस्कार, कोई नई विद्या आरंभ करना, कोई नया काम शुरू करना, अन्नप्राशन संस्कार, गृह प्रवेश या अन्य कोई शुभ काम करना उत्तम माना जाता है. कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन अबूझ विवाह के लिए सर्वश्रेष्ठ संयोग और मुहुर्त होता है, दरअसल इसके पीछे बसंत पंचमी पर बनने वाले शुभ योग हैं.
हर साल बसंत पंचमी पर कई जोड़े विवाह के बंधन में बंध जाते हैं. कहते हैं जिन जोड़ों के विवाह का कोई मुहूर्त नहीं निकल पाता, वे बसंत पंचमी के दिन विवाह कर सकते हैं. चलिए जानते हैं कि बसंत पंचमी का दिन विवाह के लिए इतना उपयुक्त क्यों माना जाता है. इसके अलावा आपको बताएंगे कि बसंत पंचमी के दिन देश भर में इतनी शादियों क्यों होती है.
विवाह के लिए शुभ है यह दिन
बता दें कि बसंत पचंमी के पूरे दिन दोषरहित परम श्रेष्ठ योग रहता है, ये योग काफी उत्तम माना जाता है. ये योग उन लोगों के काफी शुभ बताया जा रहा है, जिनकी कई कारणों से शादी नहीं हो पा रही हो, वे इस दिन शादी के बंधन में बंध सकते हैं. इनके अलावा जिन लोगों के शादी के लिए गुण आपस में नहीं मिल पा रहे हो या फिर शादी के लिए कोई शुभ मुहुर्त नहीं निकल पा रहा हो और जल्द ही शादी करना चाहते हो, ऐसे सभी लोग बसंत पंचमी के दिन विवाह कर सकते हैं.
क्यों शुभ माना जाता है यह दिन
बसंत पंचमी के दिन दोषरहित परम श्रेष्ठ योग के साथ-साथ रवि योग बन रहा है, जो किसी शुभ काम में बनने वाले विपरीत हालातों का नाश करके शुभ काम को परिपूर्ण करता है.
शास्त्रों के अनुसार, इस शुभ दिन पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह पूर्व होने वाला तिलक समारोह हुआ था.
बसंत पंचमी के दिन अमृत सिद्धि योग भी रहता है. कहते हैं इस दिन जो भी काम किया जाए, वो शुभ संपन्न होते हैं.
कहा जाता है कि इस दिन शादी ही नहीं कोई भी शुभ काम बिना मुहुर्त निकाले किया जा सकता है.
बसंत पंचमी का दिन शादी ब्याह के अलावा, मुंडन संस्कार, यज्ञोपवीत, सगाई, गृह प्रवेश, वाहन खरीदना, घर खरीदना, बिजनेस की शुरूआत समेत कोई भी नया और शुभ काम करने के लिए उत्तम माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)