कैसे लगाएं लड्डू गोपाल को भोग : बाल गोपाल के कई रूप निराले हैं, वहीं कई लोग उनके बाल स्वरूप को लड्डू गोपाल भी कहते हैं. कई परिवारों में तो लड्डू गोपाल को परिवीर के सदस्य की तरह ही माना जाता है और उनकी सेवी की जाती है. लेकिन क्या आप जानते है इनको घर में रखने के कई नियम होते हैं जिनका पालन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. दरअसल, लड्डू गोपाल की सेवा-पूजा से लेकर उन्हें स्नान कराने, सुलाने, उठाने और भोग लगाने से जुड़ी कई महत्तवपूर्ण बातें शास्त्रों में बताई गई हैं. ठीक इन कार्यों को करने के दौरान बोले जाने वाले मंत्रों का भी उल्लेख मिलता हैं.
लड्डू गोपाल को कराएं इन चीजों से स्नान
1. गोपी चंदन लड्डू गोपाल को अति प्रिय है. ऐसे में आप लड्डू गोपाल को रोजाना गोपी चंदन से स्नान कराएं. अगर आप गोपी चंदन से स्नान करवाते है तो उससे बाल गोपाल प्रसन्न रहते हैं.
2. लड्डू गोपाल को स्नान कराते समय केसर का प्रयोग करें. केसर से स्नान कराने से उनका मन हर्षित रहता है और उनकी कृपा से घर में खुशहाली का आगमन होता है.
3. रोजाना पंचामृत से स्नान कराने पर मनाही है. बता दें कि पंचामृत से स्नान सिर्फ मंदिरों में करवाया जाता है. घर में लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान सिर्फ किसी उत्सव या जन्माष्टमी के मौके पर ही करवाना चाहिए.
जाने भोग लगाते समय किस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए -
जब आप बाल गोपाल को भोग लगाएं तो उस समय इस मंत्र का उच्चारण करें ' त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाणे सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।। आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए. इस मंत्र का अर्थ है कि मेरे पास जो भी है भगवान वो सब आपने ही दिया है और अब मैं उसी को भोग के रूप में आपको अर्पित कर रहा हूं. इसे ग्रहण करें और अपनी कृपा मुझ पर बनाएं रखें. जब आप भोग लगा रहे हो तब इस मंत्र का उच्चारण करें और फिर मंदिर में पर्दा कर दें और वहां से हट जाएं. ऐसा कहा जाता है कि लड्डू गोपाल राधा रानी के भोग पाते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है