Baisakhi 2023: आज 14 अप्रैल के दिन बैसाखी का पर्व मनाया जाता है. बैसाखी फसलों का त्योहार है जिसकी सिख समुदाय में विशेष मान्यता है. आज ही के दिन मेष संक्रांति (Mesh Sankranti) भी है जोकि पंचांग के अनुसार अत्यधिक महत्व रखती है. मेष संक्रांति के दिन गंगा स्नान किया जाता है और पितरों के लिए दान आदि किया जाता है. मेष संक्रांति पर विशेषकर सूर्य देव (Surya Dev) की पूजा की जाती है. इस दिन सूर्य यंत्र का इस्तेमाल किया जाए तो घर के वास्तु दोषों से भी मुक्ति मिल सकती है.
वास्तु दोष दूर करने के लिए सूर्य यंत्र
सूर्य ग्रह आज बैसाखी के दिन अत्यधिक प्रभावी हैं क्योंकि आज मेष संक्रांति भी है. ऐसे में सूर्य यंत्र का खास इस्तेमाल वास्तु दोषों से मुक्ति दिलाने में कारगर हो सकता है. सूर्य यंत्र का एक उपाय जो किया जा सकता है वह है कि इसे बैसाखी के दिन घर में रखा जाए. वास्तु के अनुसार घर की उत्तर दिशा में सूर्य यंत्र रखना बेहद शुभ होता है. इस यंत्र की इस दिशा में पूजा करने पर व्यक्ति को सफलता भी मिल सकती है और वास्तु दोषों (Vastu Dosh) से छुटकारा भी.
सूर्य यंत्र की स्थापना करने के लिए आप तांबे का सूर्य यंत्र खरीद सकते हैं. इस धातू का इस्तेमाल अच्छा साबित होता है. यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है.
इसे घर के मंदिर या ईशान कोण पर लगाए. ऐसा करने पर कार्यक्षेत्र में शुभ योग बनते हैं. आप अपने दफ्तर में भी सूर्य यंत्र रख सकते हैं. तांबे के सूर्य यंत्र को ही चुनें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार मेष संक्रांति के दिन सूर्य यंत्र की स्थापना घर के लिए बेहद अच्छी होती है. वहीं, सूर्य यंत्र कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करने में लाभकारी साबित होता है. इससे सूर्य देव (Surya Dev) का जातकों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और जीवन में धन-लाभ व सुख-समृद्धि के योग भी बन सकते हैं. ऐसे में बैसाखी के पर्व और मेष संक्रांति के अवसर पर सूर्य यंत्र की स्थापना फलदायी होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)