Vastu shastra: हिन्दु धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है. कोई भी नए काम की शुरूआत या भवन निर्माण वास्तु को ध्यान में रखकर ही किया जाता है. क्योंकि इससे ही घर और काम दोनों में बरक्कत होती है. इसलिए लोग भवन निर्माण के वक्त पंडित से विचार करवाते हैं उसका मुख्य द्वार किधर हो, खिड़कियां किस दिशा में हो बेडरूम की दिशा क्या होगी आदि. ऐसे में आज हम आपको कुछ जरूरी बात बताने वाले हैं जिसकी वजह से घर में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश करती हैं.
Tulsi: तुलसी में रोजाना देते हैं जल तो कभी ना करें ये काम, नहीं तो फायदे की जगह हो सकता है भारी नुकसान
इन चीजों को उत्तर दिशा में न रखें | Do not place these things in north direction
-कूड़े के डिब्बे यानी डस्टबिन को उत्तर दिशा में नहीं रखना चाहिए. इससे निगेटिव एनर्जी घर में आती है जिससे घर के सदस्य बीमार रहने लगते हैं.
-वहीं घर का टॉयलेट एरिया भी इस दिशा में होने से नकारात्मकता घर में प्रवेश करती है. अगर आपके घर का भी टॉयलेट ऐसे बना हुआ है तो उसे इस्तेमाल करना बंद कर दें.
-भारी सामान जैसे किताबों को भी उत्तर दिशा में नहीं रखना चाहिए क्योंकि वजन दार वस्तुएं धरती से निकलने वाली ऊर्जा को रोकने का काम करती हैं. इसलिए अपनी बुकशेल्फ को अभी से शिफ्ट कर लीजिए. फर्नीचर को भी घर की उत्तर दिशा में रखने से बचें.
-अगर आपने घर की उत्तर दिशा में किसी जीव का पंख रखा हुआ है तो उसे वहां से हटा दें क्योंकि कुछ दिन बाद वह सूख जाएगा जो की घर के वास्तु के लिए ठीक नहीं है.
-घर की खिड़कियों को कभी भी उत्तर दिशा में नहीं बनवाना चाहिए. इससे भी घर की स्थिति प्रभावित होती है. जबकि मुख्य द्वार उत्तर और पूरब दिशा में होने से घर में शांति बनी रहती है और पश्चिम दिशा में होने से सौभाग्य में वृद्धि होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)