Deep and Peaceful Sleep Routine: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में नींद नहीं आना एक आम समस्या बन चुकी है. ये परेशानी केवल 35-40 साल के उम्र वालों को नहीं बल्कि कॉलेज स्टूडेंट्स को भी होने लगी है. दिन भर कॉलेज कोचिंग और पढ़ाई करने के बाद रातों की नींद नहीं आती है, दिमाग में 100 तरह की चीजें चलती है. नींद हराम होने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ता है. ऐसे में दिनचर्या में कुछ सरल बातों को शामिल कर गहरी और सुकून भरी नींद पाई जा सकती है. जिससे अलगी सुबह आप और भी प्रोडक्टिव कर सकेंगे.
अपने दिन में शामिल करें ये कुछ चीजें
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, आयुर्वेद और जीवनशैली में बदलाव के साथ आप न केवल गहरी नींद पा सकते हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकते हैं. केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) के वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि अनिद्रा को जीवनशैली में बदलाव, आयुर्वेदिक उपायों, संतुलित आहार और सचेतन प्रथाओं के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है. मंत्रालय अनिद्रा से निपटने के लिए चार सरल आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह देता है.
चाय और कॉफी से रात में बचे
इन चार सरल आदतों को जीवन में शामिल करना बेहद फायदेमंद है. इनमें देर रात कैफीन से बचना, मतलब चाय और कॉफी से रात्रि के समय परहेज करना शामिल है. कैफीन युक्त पेय पदार्थ नींद को प्रभावित करते हैं. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि शाम के बाद कैफीन का सेवन पूरी तरह बंद कर दें. इसके बजाय, हर्बल चाय जैसे कैमोमाइल या अश्वगंधा युक्त दूध पीने से नींद को बढ़ावा मिलता है.
योग करें
दूसरा है योग और गहरी सांस लेने की आदत.योग और प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम और भ्रामरी तनाव को कम करते हैं और मन को शांत करते हैं. रोजाना 10-15 मिनट का योग, विशेष रूप से शवासन या बालासन, नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है.गहरी सांस लेने की तकनीक मस्तिष्क को ऑक्सीजन प्रदान करती है, जिससे नींद जल्दी आती है.
निश्चित समय पर सोएं; नियमित नींद का समय निर्धारित करना अनिद्रा को दूर करने का सबसे प्रभावी तरीका है. रोजाना एक ही समय पर सोने और जागने की आदत बनाएं. यह शरीर के बायोलॉजिकल क्लॉक को बैलेंस करता है और नींद के चक्र को नियमित करता है.
पैरों की हल्के हाथों से तेल लगाकर मालिश करें
इसके अलावा, सिर और पैरों की हल्के हाथों से तेल लगाकर मालिश करने से भी बेहद लाभ मिलता है. आयुर्वेद के अनुसार, सोने से पहले सिर और पैरों की तिल, सरसों या नारियल तेल से मालिश करने से तनाव कम होता है और रक्त संचार बेहतर होता है. यह न केवल अच्छी नींद लेने में मदद करता है, बल्कि शरीर को रिलैक्स भी करता है.
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