- AAP ने दिल्ली में खुले नाले और सीवर में गिरकर बच्चों की मौत पर भाजपा सरकार की निष्क्रियता पर चिंता जताई.
- दिल्ली के वेलकम इलाके में नाले में गिरने से एक बच्चे की मौत हुई, जिससे सरकार की जवाबदेही पर सवाल उठे.
- आप का कहना है कि पिछले तीन महीनों में दिल्ली में नालों में गिरने से तीस से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
आम आदमी पार्टी ने नाले और सीवर में गिरकर हो रही मासूम बच्चों की मौत पर गहरी चिंता जताते हुए भाजपा सरकार पर हमला बोला है. "आप" के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि दिल्ली के अंदर खुले नाले और सीवर मासूम बच्चों की जान ले रहे हैं और भाजपा सरकार शांत है. दिल्ली के वेलकम इलाके में भी एक बच्चा नाले में गिर गया और उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि दिल्ली में लगता है कि सरकार है ही नहीं. छोटे-छोटे बच्चे नाले और सीवर में गिर कर मर रहे हैं, किसी की कोई जवाबदेही नहीं है. किसी पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही. दिल्ली सरकार द्वारा हर हादसे पर बस लीपापोती हो रही है .
उन्होंने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 3 महीनों में 30 से ज़्यादा लोगों को जान जा चुकी है. नालों में डूबकर अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है लेकिन सरकार कोई कार्यवाही करने की बजाय लीपापोती करने में जुटी है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि शुक्रवार को निजामुद्दीन इलाके में बारिश में पानी जमा होने से दरगाह शरीफ पट्टे शाह परिसर में छत गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई. गुरुवार को कालकाजी इलाके में पेड़ गिरने से बाइक सवार की दुखद मौत हो गई और डीडीए की दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई.
इससे पहले भी जलभराव के चलते कई घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें लोगों की जान जा चुकी है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के तमाम डीसिल्टिंग के दावों के बाद भी दिल्ली पूरी पानी-पानी हो गई. रेखा गुप्ता की सरकार को कुछ काम करना पड़ेगा. बिना काम किए, सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने से दिल्ली के लोगों का भला नहीं होने वाला है.