दिल्ली विधानसभा को लेकर तैयारियां आखिरी दौर में पहुंच चुकी है. दिल्ली में पांच फरवरी को चुनाव होने हैं जबकि नतीजे 8 फरवरी को आएंगे. चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे पर राजनीतिक हमले और बढ़ा दिए हैं. अब केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है. उन्होंने अरविंद केजरीवाल को नसीहत भी है. पुरी ने केजरीवाल को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट भी लिखा है. इस पोस्ट के एक अंश में हरदीप पुरी ने केजरीवाल से कहा है कि आशा करता हूं कि आप अपनी पार्टी की राजनीति के स्तर को और नीचे गिरने से रोकेंगे. कभी समय मिले तो आप अपनी पार्टी के नेताओं को भी समझाइये.
बुलिंग को लेकर दे दी नसीहत
हरदीप पुरी ने अपने एक्स एकाउंट से गुरुवार को एक पोस्ट लिखा. ये पूरा पोस्ट जर्मनी में बिताए उन दिनों की याद पर आधारित है जब वह अपने पिता के साथ वहां रहा करते थे. इस पोस्ट को साझा करते हुए उन्होंने लिखा कि केजरीवाल जी आपको अपने बचपन से जुड़ा एक क़िस्सा सुनाता हूं. तब मेरे पिता सरदार भगत सिंह जी की पोस्टिंग जर्मनी में थी और मैं वहाँ एक किंडरगार्टन स्कूल में पढ़ता था. क्लास में गुथ बांधने वाला मैं इकलौता स्टूडेंट था जिसकी वजह से जिन बच्चों ने कभी किसी सिख को देखा नहीं था मेरा मज़ाक़ उड़ाने लगे. इसको आजकल की भाषा में Bullying कहते हैं. तब मुझे थोड़ा परेशान देख मेरी टीचर ने मुझे निडरता से इस Bullying का सामना करना सिखाया. वो सबक मैंने अपने जीवन में गांठ बांध लिया और फिर चाहे चुनावी रण हो, मीडिया में दिए गए बयान हों, सोशल मीडिया हो या जीवन का कोई अन्य पहलू, मैं आज भी उस Bullying से नहीं डरता.
आपको बताना चाहता हूँ की हर सच्चा भारतीय और समूची सिख संगत मेरे रिश्तेदार हैं. यहां कुछ और तस्वीरें भी शेयर कर रहा हूं ताकि आप मेरे रिश्तेदारों को देख लीजिए और किसी प्रकार के कन्फ़्यूज़न में ना रहिए. हम सिख अन्याय के सामने ना कभी झुके हैं और ना कभी कोई हमें झुका पाएगा. आशा करता हूं कि आप अपनी पार्टी की राजनीति के स्तर को और नीचे गिरने से रोकेंगे. कभी समय मिले तो अपनी पार्टी के नेताओं को भी समझाइये.
हरदीप पुरी ने पहले भी साधा है निशाना
कुछ दिन पहले भी हरदीप पुरी ने दिल्ली सरकार और खासकर अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला था. उस दौरान उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक जर्नी की शुरुआत एंटी करप्शन मूवमेंट से की थी लेकिन मैं दिल्ली और पंजाब में उनके द्वारा किए गए दावों के बारे में अच्छे से जानता हूं. उन्होंने 2022 में कहा था कि वो पंजाब की महिलाओं को 1,000 रुपये प्रति माह दंगे लेकिन वो ही महिलाएं आज इसपर आवाज उठाने के लिए दिल्ली आ रही हैं. उन्होंने ये भी वादा किया था कि वो पंजाब को ड्रग मुक्त बनाएंगे लेकिन ये आज भी पंजाब के लोगों के लिए एक सपना ही है क्योंकि आज भी पंजाब में धड़ल्ले से ड्रग्स बेची जा रही हैं. जहां तक अनाधिकृत कॉलोनियां के नियमन की गारंटी का सवाल है तो ये 2006 से राज्य सरकार की जिम्मेदारी रही है लेकिन, दिल्ली सरकार ने पीएम आवास योजना, इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन को लागू करने की अनुमति नहीं दी. 2017 में, आवास और शहरी मामलों के मंत्री के रूप में मैंने परियोजना को पूरा करने के लिए एक पत्र भेजा था, लेकिन 2019 में, दिल्ली सरकार ने कहा कि वे निर्णय लेने से पहले एक सर्वेक्षण करेंगे. इन अनधिकृत कॉलोनियों के लिए संपत्ति अधिग्रहण में वरिष्ठ नेता भी शामिल थे, लेकिन दुर्भाग्य से हमें आप सरकार से कोई सहयोग नहीं मिला.