दिल्ली में हुई बड़ी चूक, अपने परिजन का शव समझ दूसरे के शव का किया दाह संस्कार, अस्पताल पर उठे सवाल

बुधवार को दिल्ली के नांगलोई और प्रेम नगर थाने में पुलिस को दो अलग-अलग व्यक्तियों के बारे में सूचना मिली थी. नांगलोई थाने को सूचना मिली कि उनके इलाके में एक आदमी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • दिल्ली के नांगलोई और प्रेम नगर में 2 अलग-अलग मृतकों के शवों की पहचान में अस्पताल प्रशासन द्वारा गंभीर गलती हुई
  • प्रेम नगर के पंकज सिंह के शव को अस्पताल ने नांगलोई के भारत भूषण के शव के रूप में परिवार को सौंप दिया
  • नांगलोई के मृतक भारत भूषण के शव को प्रेम नगर के परिवार ने अंतिम संस्कार कर दिया जबकि वह पंकज का शव था
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

दिल्ली में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक परिवार ने अपने ही व्यक्ति के शव को पहचानने में गलती कर दी और उन्होंने अस्पताल प्रशासन द्वारा दिए गए किसी अन्य व्यक्ति के शव को अपना समझकर उसका दाह संस्कार कर दिया. यह मामला दिल्ली के नांगलोई और प्रेम नगर का है, जहां संजय गांधी अस्पताल की बड़ी लापरवाही की वजह से परिवार गलत शव ले गया और अन्य परिवार अपने व्यक्ति का शव न मलने की वजह से काफी परेशान हो गया.

जानकारी के मुताबिक बुधवार को दिल्ली के नांगलोई और प्रेम नगर थाने में पुलिस को दो अलग-अलग व्यक्तियों के बारे में सूचना मिली थी. नांगलोई थाने को सूचना मिली कि उनके इलाके में एक आदमी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. जबकि दूसरी तरफ थाना प्रेम नगर को खबर आई कि उनके इलाके में एक व्यक्ति छत से गिर कर घायल हो गया. इसे पीसीआर वैन ने मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल में एडमिट कराया जहां इलाज के दौरन उसने दम तोड़ दिया जिसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में शिफ्ट करवा दिया गया.

वहीं नांगलोई वाली घटना में भी फांसी लगने वाले शख्स के शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस द्वारा मंगोलपूरी के संजय गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया था और दोनों ही थानों की पुलिस ने अपनी शुरवाती कागजी कार्यवाही भी कर ली थी. यहां तक तो सब कुछ ठीक था, लेकिन कहानी में ट्वीस्ट तब आया जब अगले दिन प्रेम नगर थाने इलाके वाले मृतक के परिजन अपने व्यक्ति का शव को लेने संजय गांधी अस्पताल पहुंचे जहां उन्हें पता चला कि उनके मृतक व्यक्ति का शव मोर्चरी से गायब है. इसके कई घंटे बाद इन्हें पता चला कि उनके मृतक का शव तो अस्पताल प्रशासन द्वारा कल ही किसी और को दे दिया गया था. तब पता चला कि नांगलोई थाने इलाके वाले मृतक के परिजनों को अस्पताल प्रशासन द्वारा प्रेम नगर के शव को उनके व्यक्ति का शव बता कर दे दिया गया, जिसे वे अपने घर नांगलोई ले गए और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया. अब ऐसे में प्रेम नगर वाले मृतक का पीड़ित परिवार अपने व्यक्ति का शव न मिलने से काफी परेशान है. 

प्रेम नगर वाले मृतक का नाम पंकज सिंह है जिसकी उम्र करीब 40 साल है जबकि नांगलोई वाले मृतक की पहचान भारत भूषण 45 साल के रूप के हुई है. प्रेम नगर मृतक पंकज कुमार के भाई ने बताया कि बीते बुधवार सुबह तड़के मृतक के मकान मालिक ने पंकज को नीचे जमीन पर घयल हालात में देखा और पुलिस को सूचना दी जहां से पुलिस ने घायल अवस्था मे प्रेम नगर के पंकज को मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल में एडमिट कराया जहां अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल कर्मियों द्वारा मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया.

इस सनसनीखेज खुलासे के बाद प्रेम नगर थाना पुलिस, संजय गांधी अस्पताल और मृतक पंकज के परिजनों के होश उड़ गए और आनन फानन में प्रेम नगर पुलिस ने नांगलोई थाना पुलिस से सम्पर्क किया और सारी बात बताई, जिसके बाद नांगलोई थाना पुलिस ने मृतक भारत भूषण के परिवार को इस बड़ी भूल की जानकारी दी.

फिलहाल मृतक पंकज के परिजनों ने डीसीपी रोहिणी को इस बाबत लिखित शिकायत दे दी है लेकिन सवाल कई हैं कि आखिर कैसे कोई अपने ही परिवार के सदस्य, अपने ही पति के शव को पहचाने में इतनी बड़ी भूल कर सकता है. जब पंकज के शव को भारत भूषण का शव समझकर उसे नांगलोई स्थित भारत भूषण ले घर ले जाया गया क्या तब भी उनके किसी अन्य परिवार जन, रिश्तेदार, आस पड़ोस में रहने वाले इतने सारे लोगो में से किसी ने उसके शव को नहीं पहचाना. ये बात यकीन करना बड़ा मुश्किल है लेकिन इस सनसनीखेज घटना ने संजय गांधी अस्पताल प्रशासन पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Operation Sindoor में Pakistan के कितने लड़ाकू विमान मार गिराए? IAF Chief ने किया बड़ा खुलासा