- दिल्ली में सुबह 6 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 341 दर्ज किया गया जो बहुत खराब श्रेणी में आता है
- बवाना, जहांगीरपुरी और वजीरपुर में AQI चार सौ के करीब पहुंच कर गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर रहा है
- वाहन उत्सर्जन दिल्ली के प्रदूषण में लगभग अठारह प्रतिशत और पराली जलाने का योगदान 8 प्रतिशत के आसपास है
सुबह की ताजगीभरी हवा का एहसास दिल्लीवालों को आज फिर से नहीं मिला. जहां तमाम उत्तर भारत के लोगों को सर्दियों के इस मौसम का बेसब्री से इंतजार रहता है. वहीं दिल्लीवालों के लिए सर्दियों का मौसम उनकी सांसों पर संकट बन जाता है. ठंड के मौसम में दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने लोगों का सांस लेना मुहाल कर दिया है. लगातार जहरीली होती हवा ने सांस संबंधी दिक्कतों को भी बढ़ा दिया है. सुबह 6 बजे तक दिल्ली का औसमत AQI 341 दर्ज किया गया, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है.
कहां कितनी खराब हवा? — दिल्ली के अलग-अलग इलाकों का हाल
| इलाका | AQI |
| बवाना | 419 |
| जहांगीरपुरी | 414 |
| वजीरपुर | 410 |
| आनंद विहार | 382 |
| अशोक विहार | 381 |
| चांदनी चौक | 380 |
| पंजाबी बाग | 371 |
| रोहिणी | 384 |
| विवेक विहार | 396 |
| डीटीयू | 383 |
दिल्ली के किन इलाकों में सबसे जहरीली हवा
लगभग पूरा शहर लाल ज़ोन में है, कुछ इलाकों में तो हाल और भी बिगड़ा हुआ है. सुबह सबसे ज्यादा एक्यूआई दिल्ली के बवाना इलाके में दर्ज किया गया. इसके बाद जहांगीरपुरी में 414 और वजीरपुर में 410. ये तीनों इलाके गंभीर कैटेगरी को छू रहे हैं, मतलब हवा सीधे सेहत को नुकसान पहुंचा रही है. इन इलाकों में हवा इतनी खराब है कि मास्क का इस्तेमाल करना ही सबसे बेहतर है.
साफ-सुथरी हवा का क्या पैमाना
सीपीसीबी मानकों के अनुसार, 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' और 401-500 को 'गंभीर' माना जाता है. इस बीच, आईआईटीएम, पुणे द्वारा वायु गुणवत्ता विश्लेषण और पूर्वानुमान के लिए उपयोग की जाने वाली प्रणाली, निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) ने दिखाया कि सोमवार को शहर के प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन का योगदान लगभग 18 प्रतिशत था, जबकि पराली जलाने का योगदान 8.2 प्रतिशत था.
दिल्ली में पराली जलाने का कितना असर
मंगलवार यानी आज के लिए, इन मापदंडों के दिल्ली के प्रदूषण में क्रमशः 17.9 प्रतिशत और 8.3 प्रतिशत योगदान देने का अनुमान है. रविवार के दिन सैटेलाइनट से लिए गए चित्रों के अनुसार पंजाब में 95, हरियाणा में 47 और उत्तर प्रदेश में 461 खेतों में आग लगने की घटनाओं का पता चला. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, शहर का एक्यूआई अगले छह दिनों तक 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है.
जहीरील हवा से बचने को आप क्या करें?
- N95 मास्क पहनें
- सुबह-शाम खुले में वॉक/जॉगिंग avoid
- खिड़कियां बंद रखें, घर में वेंटिलेशन फ़िल्टर का इस्तेमाल करें
- खूब पानी पिएं, स्टीम लें
- बच्चों और बुजुर्गों को बाहर न भेजें














