Delhi News: दिल्ली पुलिस (Delhi Police)ने एक ऐसे झपटमार को पकड़ा है जो वारदात करने के लिए हरे रंग की जैकेट पहनकर निकलता था. वह इस जैकेट को अपने लिए 'लकी' मानता था, लेकिन इसी जैकेट की पहचान के जरिये उसे पकड़ा गया. उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी के मुताबिक, 2 जनवरी को एक एम्बुलेंस चालक रोहित ने शिकायत दर्ज कराई कि सुबह लगभग 7:45 बजे वह भैरो बाबा मंदिर की तरफ पैदल जा रहा था. रास्ते में दोस्त का फोन आया तो वो बात करने के लिए रुक गया. अचानक स्कूटी पर एक लड़का आया, जिसने उसका मोबाइल फोन छीन लिया और मौके से फरार हो गया.
इसी तरह 4 जनवरी को मोहम्मद कलाम साफी ने शिकायत दर्ज कराई कि जब वो काम के बाद अपने घर जा रहा था तभी सेंट स्टीफंस अस्पताल के पास अचानक सफेद रंग की स्कूटी पर 25-26 साल का एक लड़का बिना हेलमेट के आया, उसका मोबाइल फोन छीन लिया और ISBT की तरफ भाग गया. शिकायतकर्ता घबराहट में स्कूटी का रजिस्ट्रेशन नंबर नोट नहीं कर सका था. पुलिस ने इन दोनों मामलों में केस दर्ज कर जांच शुरू की. सैकड़ों CCTV फुटेज देखने के बाद पता चला कि आरोपी जामा मस्जिद की तरफ जाता है ,उसके बाद उसका पता नहीं चल पा रहा था ,जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस टीम इस नतीजे पर पहुंची कि दोनों स्नैचिंग के मामलों में एक ही शख्स शामिल है जिसने हरे रंग की जैकेट पहनी हुई है और दोनों घटनाएं सुबह की हैं. लेकिन आरोपी का चेहरा साफ नहीं दिख रहा था.पुलिस ने उसकी हरी जैकेट पहने हुए फोटो कई जगहों पर भेजी.
आखिरकार उसे 7 जनवरी को मोरी गेट के पास धर लिया गया तब भी उसने अपनी लकी हरी जैकेट पहनी हुई थी. आरोपी की पहचान बल्लीमारन के रहने वाले 27 साल के फ़राज़ के तौर पर हुई. आरोपी की स्कूटी से झपटमारी के कुल 8 मोबाइल बरामद हुए हैं. पूछताछ के दौरान फराज ने उत्तर और मध्य जिला क्षेत्रों में कई स्नैचिंग करने की बात कबूल की है. वो रेलवे स्टेशनों,आईएसबीटी के आस-पास के भोले-भाले यात्रियों को झूठी कहानियां सुनाकर झपटमारी के मोबाइल फोन बेचता था. पुलिस के मुताबिक फ़राज़ अगस्त 2021 के महीने में जेल से रिहा हुआ था.