नशे की काली कमाई पर वार, पूरे नेटवर्क पर किया जा रहा प्रहार... दिल्‍ली पुलिस की नई मुहिम

NDPS एक्ट की धारा 68 के तहत दिल्ली पुलिस अब ड्रग्स से कमाई गई अवैध संपत्ति की जांच, जब्ती और जब्ती की प्रक्रिया तेज कर रही है. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स इस काम में अगुवाई कर रही है. अब पुलिस का ध्यान फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन पर भी है.

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प्रतीकात्‍मक फोटो
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  • दिल्ली पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के साथ ही उससे कमाए गए काले धन की जांच पर भी विशेष ध्यान देना शुरू किया है.
  • ANTF बैंक खातों, डिजिटल वॉलेट और बेनामी संपत्तियों की पहचान कर फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन कर रही है.
  • 2023 से अब तक करोड़ों की संपत्तियां जब्त या फ्रीज की गई हैं, जिनमें आलीशान मकान और लग्जरी वाहन शामिल हैं.
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नई दिल्‍ली :

दिल्ली पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को और मजबूत करते हुए बड़ा कदम उठाया है. अब सिर्फ ड्रग्‍स को पकड़ना ही नहीं बल्कि उससे कमाए गए काले धन पर भी सीधा वार किया जा रहा है. ड्रग्‍स की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही अब फाइनेंशियल इंवेस्टिगेशन पर भी पुलिस अब फोकस कर रही है. इसके जरिए एक आरोपी को पकड़ने के बजाय पूरे नेटवर्क को ही हिलाने की कोशिश की जा रही है. 

अक्सर ड्रग्स माफिया पकड़े जाते हैं, माल जब्त होता है, लेकिन उनका असली हथियार है  पैसा. यही पैसा उन्हें फिर से खड़ा करता है, अपराध का नेटवर्क बढ़ाता है और कई बार आतंकवाद तक को फंड करता है. इसी वजह से NDPS एक्ट की धारा 68 के तहत दिल्ली पुलिस अब ड्रग्स से कमाई गई अवैध संपत्ति की जांच, जब्ती और जब्ती की प्रक्रिया तेज कर रही है.

ANTF की बड़ी भूमिका

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) इस काम में अगुवाई कर रही है. पहले जहां फोकस सिर्फ तस्करों की गिरफ्तारी और ड्रग्स की बरामदगी पर था, अब पुलिस का ध्यान से फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन पर भी है. इसका अर्थ है कि - 

  • तस्करों की गिरफ्तारी और माल बरामदगी के साथ
  • उनकी कमाई का पूरा हिसाब-किताब खंगालना,
  • बेनामी संपत्तियों की पहचान करना 
  • बैंक खातों और डिजिटल वॉलेट तक को जांचना  


उठाए जा रहे हैं ये बड़े कदम

  • फाइनेंशियल प्रोफाइलिंग – हर आरोपी की संपत्ति और परिवार तक की जांच 
  • बैंकिंग और डिजिटल ट्रेल – अकाउंट, ट्रांसफर, वॉलेट और ऑनलाइन लेन-देन की पड़ताल
  • संपत्ति की जब्ती – आलीशान मकान, फार्महाउस, लग्‍जरी गाड़ियां और दुकानें सबकी पहचान कर जब्ती की कार्रवाई
  • टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल – NIDAAN, FIU और डिजिटल डेटाबेस से कनेक्शन और पैसों की पूरी चैन को पकड़ना


अब तक की कार्रवाई 

  • कई नामी ड्रग्स तस्करों की करोड़ों की संपत्तियां फ्रीज कर दी गई हैं. 
  • 2023 में 38 लाख रुपए की संपत्ति 3 तस्करों से जब्‍त 
  • 2024 में करीब 5 करोड़ रुपए की संपत्ति 28 तस्करों से फ्रीज, जिसमें से 4.5 करोड़ अकेले ANTF ने फ्रीज की 
  • 2025 (15 सितम्बर तक) में 21.5 करोड़ रुपए की संपत्ति 30 तस्करों से जब्‍त. इसके अलावा 5 करोड़ रुपए की संपत्ति पर अभी जांच जारी है. 

पूरा नेटवर्क हिलाने पर फोकस

पहले जहां एक तस्कर पकड़ा जाता था, वहां दूसरा उसकी जगह ले लेता था. अब पैसे की नब्ज पकड़ कर पूरा नेटवर्क हिल रहा है. मुनाफा कम होता जा रहा है और नए लोगों की हिम्मत टूट रही है. 

  • पुलिस अफसरों को फाइनेंशियल क्राइम और क्रिप्टो ट्रेसिंग की ट्रेनिंग
  • ANTF में अलग फाइनेंशियल यूनिट्स. 
  • कोर्ट और अन्य एजेंसियों से तेज कानूनी तालमेल. 
  • अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ साझेदारी, ताकि पैसों का फ्लो विदेशों तक पकड़ा जा सके. 

हम कमाई की जड़ तक पहुंचेंगे: ANTF प्रमुख

स्पेशल सीपी क्राइम ब्रांच और ANTF प्रमुख, देवेश चंद्र श्रीवास्तव  ने साफ कहा, “ड्रग्स तस्करों को अब उनके गुनाह का पैसा चैन से बैठकर खाने नहीं दिया जाएगा. हम उनकी कमाई की जड़ तक पहुंचेंगे और उसे छीन लेंगे. यही असली वार है जो इस धंधे की रीढ़ तोड़ देगा.”

दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोल्छा की अगुवाई में ये मिशन ‘नशा मुक्त दिल्ली' की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है. 
 

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