- सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को शेल्टर होम भेजने का सख्त आदेश जारी किया है, जिससे लोग नाराज हैं.
- 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर डॉग लवर्स और वकीलों के बीच विवाद हुआ, जो हाथापाई में बदल गया.
- आवारा कुत्तों को शेल्टर होम भेजने के फैसले पर पशु अधिकार कार्यकर्ताओं और डॉग लवर्स ने चिंता जताई है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR में आवारा कुत्तों को शेल्टर होम भेजे जाने का सख्त आदेश दिया है. जिसके बाद डॉग लवर्स में काफी गुस्सा है. 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में जब इस मामले पर सुनवाई चल रही थी उस दौरान बाहर खड़े डॉग लवर्स और वहां मौजूद वकीलों से भिड़त (Dog Lovers And Lawyers Clash) हो गई. देखते ही देखते उनकी कहासुनी हाथापाई में बदल गई. इस घटना को वहां मौजूद लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया. इसका एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वकील और कुछ लोग आपस में कॉलर पकड़कर एक दूसरे के साथ मारपीट करते देखे जा सकते हैं.
ये भी पढ़ें- मामले पर गौर करेंगे... आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बोले चीफ जस्टिस
डॉग लवर्स और वकीलों में दे दनादन
हालांकि वहां मौजूद लोगों ने बीच बचाव करने की भी कोशिश की. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट के बाहर खड़े डॉग लवर्स काफी चीखते-चिल्लाते और वकीलों को गालियां देते नजर आ रहे हैं. वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि अदालत की सुनवाई का गुस्सा वह वकीलों पर उतार रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट के बाहर की मारपीट
आवारा कुत्तों को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नेताओं से लेकर फिल्मी सितारों और आम लोग तक खूब नाराजगी जता रहे हैं. उनका कहना है कि अदालत का यह फैसला चिंताजनक है. कई लोग तो इसे अमानवीय तक बता रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के बाहर का यह वीडियो हैरान कर देने वाला है. जब आम लोग वकीलों से ही भिड़ गए और उनको गालियां देने लगे.
अदालत के फैसले पर उठ रहे सवाल
पशु अधिकार कार्यकर्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का कहना है कि अदालत का ये फैसला आर्थिक रूप से अव्यावहारिक और क्षेत्र के पारिस्थितिक संतुलन के लिए संभावित रूप से हानिकारक करार है. उनका कहना है कि
दिल्ली में 3 लाख आवारा कुत्ते हैं. उन सभी को पकड़कर अर शेल्टर होम भिजवाया जाएगा तो सरकार को 1 या 2 हजार शेल्टर होम बनाने होंगे. सबसे पहले तो उसके लिए जमीन तलाशनी होगी. इस पर 4-5 करोड़ के करीब का खर्च आएगा. हर सेंटर में केयरटेकर, खाना बनाने वाले और खिलाने वाले, और चौकीदार की व्यवस्था करनी होगी. मेनका ने कहा कि कुत्तों के रख-रखाव और उनकी देखभाल पर करीब 10,000 करोड़ रुपये खर्च आएगा, क्या दिल्ली के पास इतनी बड़ी रकम इस काम के लिए है.
सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों पर क्या कहा?
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि आवारा कुत्तों को शेल्टर होम भेजा जाए. सड़क पर कुत्ते नजर नहीं आने चाहिए. वहीं अगर कोई पशु प्रेमी इस फैसले के बीच में आया तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. अदालत के फैसले से कुछ लोग खुश हैं तो कुछ को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रहा है. ऐसे ही कुछ लोगों का गुस्सा सुप्रीम कोर्ट के बाहर सुनवाई वाले दिन भी फूट पड़ा था.