- दिल्ली कैंट इलाके में बीएमडब्ल्यू कार द्वारा हुए एक्सीडेंट में पुलिस ने आरोपी पर सबूत नष्ट करने की धारा जोड़ी.
- घायल व्यक्तियों को एक्सीडेंट स्थल से करीब 19km दूर निजी अस्पताल में ले जाया गया, इस पर उठ रहे सवाल.
- मृतक की पहचान केंद्रीय वित्त मंत्रालय के उप सचिव नवजोत सिंह के रूप में हुई, जिनकी दुर्घटना में मृत्यु हो गई.
दिल्ली कैंट इलाके में बीएमडब्ल्यू (BMW Car Accident) कार से हुए एक्सीडेंट में दिल्ली पुलिस ने आरोपी पर सबूतों को नष्ट करने और छुपाने की धारा एफआईआर में जोड़ी है. इस एक्सीडेंट के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल तो ये खड़ा हो रहा है कि एक्सीडेंट जब दिल्ली कैंट इलाके में हुआ, तो घायल लोगों को एक्सीडेंट स्पॉट से लगभग 19 किलोमीटर किसी हॉस्पिटल में क्यों ले जाया गया? क्यों नहीं किसी नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. एम्स हॉस्पिटल भी यहां से नजदीक ही है.
पुलिस ने ये धाराएं FIR में जोड़ी
पुलिस ने इसी आधार पर आरोपियों पर बीएनएस की धारा 238ए एफआईआर में जोड़ी है. एक्सीडेंट के आरोपी, पीड़ित को नजदीक के अस्पताल नहीं बल्कि 19 किलोमीटर दूर किसी निजी हॉस्पिटल में ले गए. ये हॉस्पिटल मुखर्जी नगर में है. बताया जा रहा है कि जहां पीड़ित को लेकर गए, वो अस्पताल आरोपी के किसी जानकर का बताया जा रहा है. दिल्ली पुलिस ने 105, 125B, 281 और 238A के तहत इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है.
धौला कुआं-दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास एक्सीडेंट
रिंग रोड पर दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास रविवार को एक बीएमडब्ल्यू कार ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की मोटरसाइकिल को कथित तौर पर टक्कर मार दी, जिससे अधिकारी की मौत हो गयी तथा उनकी पत्नी समेत तीन अन्य घायल हो गए. पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में उप सचिव नवजोत सिंह (52) के रूप में हुई है. वह हरि नगर के निवासी थे. पुलिस ने बताया कि दोपहर में धौला कुआं-दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन मार्ग पर मेट्रो खंभा संख्या 67 के पास यातायात जाम होने की तीन पीसीआर कॉल प्राप्त हुईं. उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और देखा कि एक बीएमडब्ल्यू कार सड़क के एक तरफ और एक मोटरसाइकिल सड़क के डिवाइडर के पास खड़ी है.
टैक्सी से अस्पताल पहुंचाया
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कार एक महिला चला रही थी और उस कार ने पीछे से मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी. पुलिस का कहना है कि सिंह मोटरसाइकिल चला रहे थे और उनकी पत्नी पीछे बैठी थीं. कार चला रही महिला और उसके साथ मौजूद उसके पति ने सिंह एवं उनकी पत्नी को टैक्सी से अस्पताल पहुंचाया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के कारण कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. बाद में अस्पताल ने पुलिस को बताया कि सिंह की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी (50) का इलाज चल रहा है.
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में बीएमडब्ल्यू चालक और उसके पति भी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनके बयान अभी दर्ज नहीं किए गए हैं. दोनों गुरुग्राम निवासी हैं. कार चालक का पति व्यवसाय करता है.
मेरी मां दर्द से चीखती रही...
सिंह के बेटे ने बताया कि उनके माता-पिता बंगला साहिब गुरुद्वारा से लौट रहे थे और खाने के लिए कर्नाटक भवन में रुके थे. उन्होंने बताया, 'जब यह हादसा हुआ, तब वे धौला कुआं होते हुए हरि नगर जा रहे थे. उन्हें पास के अस्पताल ले जाने के बजाय दुर्घटनास्थल से लगभग 22 किलोमीटर दूर एक अस्पताल ले जाया गया. मेरी मां के सिर में चोट आई, जबकि उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था और उनकी जांघ की हड्डी टूट गई.' उन्होंने अपने माता-पिता को भर्ती करने में अस्पताल प्रशासन की ओर से लापरवाही बरते जाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि उनकी मां को गंभीर हालत के बावजूद अस्पताल की लॉबी में बैठाया गया, जबकि बीएमडब्ल्यू चालक के पति को मामूली चोटें आईं थीं, जिन्हें तुरंत भर्ती कर लिया गया. उन्होंने कहा, 'इस लापरवाही और देरी के कारण मेरे पिता की मौत हो गयी और मेरी मां दर्द से चीखती रहीं.'