- अल फलाह यूनिवर्सिटी पर दिल्ली ब्लास्ट मामले में आतंकवादी संबंधों के कारण कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
- यूनिवर्सिटी में हजार से अधिक छात्र और फैकल्टी सदस्य हैं, जो हालात को लेकर गहरी चिंता में हैं.
- यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अभिभावकों को भरोसा दिया है कि मान्यता को लेकर कोई संकट नहीं है.
दिल्ली ब्लास्ट मामले में फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. यूनिवर्सिटी में करीब एक हज़ार से ज़्यादा छात्र और फ़ैकल्टी मेंबर्स हैं. आतंकी संगठन से यूनिवर्सिटी के डाक्टरों का जुड़ने के बाद सभी अब चिंता में हैं. परेशान छात्रों के परिवारों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से बात की. जिसके बाद प्रशासन ने उनको भरोसा दिया है कि यूनिवर्सिटी की मान्यता को लेकर कोई संकट नहीं है, क्योंकि NMC ने ही खुद सीटें 150 से बढ़ाकर 200 की थीं. वे लोग सरकार को नोटिस का जवाब दे रहे हैं.
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फ़ैकल्टी बोली- यूनिवर्सिटी बंद नहीं होगी
बता दें कि शनिवार को MBBS छात्रों के अभिभावकों ने यूनिवर्सिटी के तीन फैकल्टी मेंबर्स के साथ मुलाक़ात की. हालांकि करीब दो घंटे चली इस बैठक के दौरान उनकी अल फलाह यूनिवर्सिटी की वीसी से मुलाक़ात नहीं हो सकी. लेकिन सीनियर फ़ैकल्टी मेंबर्स ने उनको आश्वस्त किया कि यूनिवर्सिटी बंद नहीं होगी और हालात जल्द सामान्य होंगे.
बैठक में अभिभावकों ने सैकड़ों छात्रों के भविष्य को लेकर प्रशासन से दख़ल देने की मांग की. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी गंभीर संकट से जूझ रही है इसलिए इसके हालात को लेकर हम ज़िम्मेदार दख़ल चाहते हैं. विश्वविद्यालय इस वक्त जटिल हालात से गुजर रहा है. नेशनल मेडिकल कमीशन और एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी की जांच भी चल रही है और मान्यता को लेकर भी संकट बना हुआ है.
चिंतित अभिभावकों को अल फलाह ने दिया भरोसा
MBBS फोर्थ ईयर के छात्र के चंडीगढ़ से आए पिता खुशहाल सिंह ने कहा कि लाखों रुपए फीस देने के बाद अब इस तरह बदनामी होने से वह बहुत चिंतित हैं. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमारे बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर ही कोई फ़ैसला लिया जाए. हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि मान्यता को लेकर कोई संकट नहीं है, नोटिस का जवाब दे दिया जाएगा. फ़िलहाल सभी छात्र कैंपस में ही है और हालात सामान्य हो रहे हैं.
अभिभावक को सता रही यूनिवर्सिटी बंद होने की चिंता
खुशहाल सिंह ने कहा कि देश में जब भी इस तरह की आतंकी घटना होती है तो परेशान होना लाजिमी है. वहीं दूसरे अभिभावक रजनीश ने बताया कि यूनिवर्सिटी पर जो दाग लगा है उससे छात्र और अभिभावक दोनों चिंतित हैं. रजनीश ने बताया कि कैंपस में एक हज़ार छात्रों की क्षमता है. अभी तक ऐसा नहीं हुआ था. हालांकि मान्यता को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि अभिभावक बिल्कुल भी चिंता न करें.













