दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रचंड जीत के बाद शनिवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी मुख्यालय पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस तक पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने खासतौर पर कांग्रेस पार्टी को लेकर अपने द्वारा की गई एक भविष्यवाणी की भी याद दिलाई. उन्होंने कहा कि मैं आपको याद दिला दूं कि एक समय पर मैंने कांग्रेस को लेकर भविष्यवाणी की थी और कहा था कि ये पार्टी एक दिन सिर्फ एक डिजिट की पार्टी बनकर रह जाएगी. दिल्ली की जनता ने मेरी उस भविष्यवाणी को सही साबित कर दिखाया है. आपको बता दें कि इस दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए कुल 48 सीटे अपने नाम की है. वहीं आम आदमी पार्टी को कुल 22 सीटें ही मिली है. जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका है.
"तुष्टिकरण नहीं,संतुष्टिकरण पर भरोसा"
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दिल्ली के नतीजों ने ये भी साबित कर दिया कि राजनीति में शार्टकट और झूठ-फरेब के लिए कोई जगह नहीं है.शार्टकट वालों का दिल्ली की जनता ने शार्ट सर्किट कर दिया. आज के नतीजे दिखाते हैं कि भाजपा की डबल इंजन सरकार के लिए देश में कितना भरोसा है. लोकसभा चुनाव में जीत के बाद हमने पहले हरियाणा में अभूतपूर्व रिकॉर्ड बनाया. फिर महाराष्ट्र में बनाया. अब दिल्ली में नया इतिहास रच दिया. दिल्लीवासी भाजपा की जीत और ‘आप-दा' से राहत मिलने का जश्न मना रहे हैं. दिल्लीवासियों को मेरी गारंटी है कि सबका साथ, सबका विश्वास, पूरी दिल्ली का विकास. आज अयोध्या के मिल्कीपुर में भी भाजपा को शानदार जीत मिली है. हर वर्ग ने भाजपा को वोट दिया है. आज देश तुष्टिकरण नहीं, बल्कि भाजपा के संतुष्टिकरण पर भरोसा कर रहा है.
कांग्रेस पर अर्बन नक्सल वार
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी करारा वार किया, उन्होंने कहा, "2014 के बाद 5 साल तक हिंदू बनने की कोशिश की. मंदिरों में जाना, जनेऊ पहनना. सोचा कि बीजेपी के वोट बैंक को काट लेंगे. लेकिन कुछ नहीं हुआ तो फिर राज्यों की पार्टियों पर अब उनकी नजर है. इंडी गठबंधन के दल अब कांग्रेस को समझने लगे हैं. इसलिए दिल्ली में हमने देखा कि इंडी के दलों ने एकजुट होकर कांग्रेस को और अपने वोटबैंक को रोकने की कोशिश की. फिर भी क्या हाल हुआ. देखिए...कांग्रेस को तो वो रोकने में सफल रहे, लेकिन आप-दा को बचाने में फेल हो गए. आज कांग्रेस वो कांग्रेस नहीं, जो आजादी के आंदोलन तक थी, जो आजादी के कुछ दशकों तक थी, आज कांग्रेस अर्बन नक्सलियों की राजनीति कर रही है. कांग्रेस के नेता जब कहते हैं कि वो भारत से लड़ रहे हैं, तो ये नक्सलियों की बात कर रहे हैं.