एग्जिट पोल में AAP को लगा झटका, बीजेपी को मिली डबल खुशखबरी, सरकार बनी तो जानिए क्या होगा

Delhi Exit Poll: दिल्ली के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पीपल पल्स के सर्वे में तो वो 10-19 सीटें ही इस बार जीत रही है. जानिए बीजेपी-कांग्रेस क्यों खुश...

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दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल्स आ गए हैं और दो को छोड़कर सभी एग्जिट पोल्स में बीजेपी सरकार बनाती दिख रही है. पीपल्स पल्स के एग्जिट पोल्स को देखें तो बीजेपी को 51 से 60 सीटें मिलने का अनुमान है. आप को 10-19 सीटें ही मिलने की बात इस एग्जिट पोल में है. वहीं कांग्रेस का एक बार फिर खाता नहीं खुलेगा. हालांकि, कई एग्जिट पोल में कांग्रेस 1-2 सीटें जीतती नजर आ रही है.

बीजेपी के लिए बड़ी बातें 

ऊपर पीपल्स पल्स के दिए आंकड़ों को देखकर आपको अंदाजा लग गया होगा कि अगर एग्जिट पोल के ये आंकड़े रिजल्ट में तब्दील होते हैं तो बीजेपी के लिए डबल खुशखबरी है. बीजेपी को इस चुनाव में जीत तो मिल ही रही है, साथ ही उसका वोट प्रतिशत भी 48.5 से 52.5 प्रतिशत हो सकता है. यानी बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के वोटर शेयर को विधानसभा चुनाव में भी बरकरार रखा है. पिछले दो चुनावों से यह नहीं हो पा रहा था.

दूसरी बड़ी खुशखबरी ये है कि बीजेपी का वनवास 27 खत्म हो रहा है. 1998 के बाद बीजेपी दिल्ली की सत्ता में नहीं आई है. अगर एग्जिट पोल की भविष्यवाणी सही साबित होती है तो 27 सालों बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करेगी. ये पूरी बीजेपी के लिए ये एक बड़ी बात होगी. 

पीएम मोदी की फेस वैल्यू बढ़ जाएगी

दिल्ली चुनावों में महाराष्ट्र और हरियाणा की तरह बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा. अगर एग्जिट पोल की तरह रिजल्ट भीआ गया तो दूर-दूर तक पीएम मोदी के आसपास कोई नेता नजर नहीं आएगा. इससे मोदी ब्रांड की वैल्यू 2014 से भी ज्यादा हो जाएगा. अब तक दिल्ली ही पीएम मोदी के रडार से दूर रही है. हालांकि, लोकसभा चुनावों में बीजेपी हमेशा सातों लोकसभा सीटों को जीतती रही है, लेकिन विधानसभा चुनावों में उसे हार मिलती रही है. 

बीजेपी सरकार बनी तो तेज होगी जांच

पीएम मोदी और अमित शाह कह चुके हैं कि अगर बीजेपी की दिल्ली में सरकार बनी तो आप सरकार के सभी कामों की जांच होगी. अगर उसमें कुछ गलत हुआ होगा तो सख्त कार्रवाई होगी. जाहिर है, पहले ही कई मामलों में फंसे आम आदमी पार्टी के नेताओं की मुसीबत और बढ़ सकती है. वहीं पार्टी को बचाए रखना मुश्किल साबित हो जाएगा. मतदान से ऐन पहले टिकट नहीं मिलने से नाराज आप के 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. जाहिर है सत्ता में न रहने पर आप के कार्यकर्ता, नेता और वोटर पाला बदल सकते हैं. 

क्षेत्रीय दलों को लगेगा जोर का झटका

कांग्रेस को अलग-थलग कर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ा. जाहिर है, अगर आप सरकार बनाने से पीछे रह जाती है तो फिर क्षेत्रीय दलों को अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना होगा और एक बार फिर वो कांग्रेस के पिछलग्गू बन सकती हैं. अगर एग्जिट पोल के उलट आम आदमी पार्टी जीत जाती है तो कांग्रेस को अन्य दल भी आगामी विधानसभा चुनावों में भाव नहीं देंगे और कांग्रेस संसद में भी कमजोर हो जाएगी.

कांग्रेस के लिए भी गुड न्यूज है

एग्जिट पोल के मुताबिक सीटों के लिहाज से कांग्रेस के हाथ तो खाली हैं, लेकिन उसका खोया जनाधार कुछ लौटता दिख रहा है. पिछले चुनाव में 4 पर्सेंट पर सिमटी कांग्रेस को 6.5 से 8.5 पर्सेंट वोट मिल सकते हैं. पीपल पल्स ने यह दावा किया है. 

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AAP को झटका

आप का जनाधार घटा है. उसे 36.5 से 40.5 पर्सेंट वोट शेयर ही इस एग्जिट पोल ने दिया है. आम आदमी सरकार लगातार तीन बार दिल्ली की सत्ता में रही. हालांकि, इस बार एग्जिट पोल के अनुसार जनता का उससे मोहभंग हो चुका है. 

बीजेपी के लिए क्या फैक्टर काम कर गया

  • बढ़ा हुआ वोट पर्सेंट बीजेपी के साथ गया
  • बीजेपी को करीब 10 से 12 पर्सेंट वोटों का फायदा

युवा बीजेपी के साथ 

18-25 साल- आप 35.2, बीजेपी 50.7
26-35 सालः आप 36.9, बीजेपी 50.3 पर्सेंट
36-50 साल:आप 37.8 पर्सेंट, बीजेपी 53.6 पर्सेंट
50 साल से ऊपर: आप 38 पर्सेंट, बीजेपी 52.6 पर्सेंट

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