Congress vs AAP: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे मतीन अहमद (chowdhry Matin Ahmed) के बेटे और बहू मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए. बाबरपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी जुबैर अहमद और उनकी पत्नी एवं चौहान बांगर से पार्षद शगुफ्ता चौधरी के साथ सत्तारूढ़ दल में शामिल होने से ‘आप' में भी बैचेनी पैदा हो गई और सीलमपुर से मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान ने पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
जुबैर के शामिल होने के कुछ देर बाद अब्दुल रहमान ने ‘आप' के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “विचारों में बढ़ते फासले को देखते हुए यह फैसला लिया है. उम्मीद है कि पार्टी और समर्थक मेरे इस कदम को समझेंगे.” हालांकि, सीलमपुर विधायक ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा कि वह पार्टी से नाराज नहीं हैं और उन्होंने परिवार की बढ़ती जिम्मेदारी के कारण इस्तीफा देने का फैसला किया.उन्होंने कहा, “यह अच्छी बात है कि AAP परिवार बढ़ रहा है.”
‘एक्स' पर उनके पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्था में “वैचारिक मतभेद असामान्य” नहीं हैं.उन्होंने कहा, “मैं पार्टी से नाराज नहीं हूं. बात यह है कि मुझ पर अपनी बेटियों की शादी की जिम्मेदारी है और मैं परिवार का काम करने वाला एकमात्र सदस्य हूं. मेरे लिए अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को वक्त देना मुश्किल हो रहा था और मैंने पार्टी नेताओं को इस बारे में पहले ही सूचित कर दिया था.”