दिल्ली के एक लोकप्रिय कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में कल शाम पानी भर जाने से तीन आईएएस अभ्यर्थियों की मौत हो गई. छात्र बेसमेंट में तब पढ़ रहे थे. कानून का उल्लंघन करके कोचिंग के मालिक और इसे चलाने वाले बेसमेंट को पुस्तकालय के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे. अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि पश्चिमी दिल्ली के राजेंद्र नगर में राउ आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट तक इतना पानी कैसे पहुंचा? एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक एसयूवी संस्थान के बाहर जमा पानी के बीच से गुजरती हुई दिखाई दे रही है. अगले फ्रेम में पानी के तेज बहाव के कारण गेट को नीचे आते हुए देखा जा सकता है, जिससे कोचिंग सेंटर में एंट्री होती है.
सात घंटे बाद बरामद हुए शव
वीडियो राष्ट्रीय राजधानी में लोकप्रिय यूपीएससी कोचिंग हब की खराब स्थिति को भी उजागर करता है, क्योंकि लोगों को घुटनों तक पानी से गुजरते हुए देखा जा सकता है. गंदे पानी में आधी डूबी हुई एक मोटरसाइकिल भी देखी जा सकती है. बेसमेंट जमीन से आठ फीट नीचे था और शनिवार शाम जब इसमें पानी भर गया तो कई छात्र इसमें मौजूद थे. तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन को छोड़कर सभी समय पर बाहर निकलने में सफल रहे. सात घंटे के बचाव अभियान के बाद आधी रात को तीनों शव बरामद किए गए. दिल्ली अग्निशमन सेवा प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि बेसमेंट से पानी निकालने का कोई विकल्प नहीं था.
अन्य कोचिंग सेंटर में भी यही हालत
तीन मंजिला कोचिंग सेंटर के भवन योजना को 2021 में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) विभाग द्वारा गलत तरीके से पास किया गया था, यह दिखाकर कि भवन योजना और अग्नि शमन विभाग के अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) के अनुसार इसका उपयोग स्टोर रूम के रूप में किया जा रहा था. अतुल गर्ग ने कहा, "इमारत के पास फायर एनओसी है, लेकिन एनओसी में उन्होंने बेसमेंट को स्टोर रूम के रूप में दिखाया था. संस्थान का प्रबंधन उसी कमरे को कक्षा या पुस्तकालय के रूप में उपयोग कर रहा था, जो एनओसी का उल्लंघन है." स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में कई अन्य कोचिंग संस्थान भी हैं, जो बेसमेंट में संचालित होते हैं.
अधिकारियों की भी हो रही जांच
दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने बिल्डिंग उपनियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई करने और यह पता लगाने के निर्देश जारी किए हैं कि क्या इस घटना के लिए कोई एमसीडी अधिकारी जिम्मेदार हैं. कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को आज गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि घटना को लेकर इलाके में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है.