झूठी शिकायत देकर पुलिस को गुमराह करने तथा पुलिस-अदालत का कीमती समय बर्बाद करने के मामले में फरीदाबाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है. डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा के निर्देशों पर फरीदाबाद पुलिस द्वारा बीते 6 माह में झूठी शिकायत देने वाले 122 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 182 के तहत करवाई की जा चुकी है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच 48 प्रभारी राकेश कुमार की टीम ने ऐसे ही एक झूठे मामले का पर्दाफाश करते हुए लूट की 'घटना' में खुद को पीड़ित बताने वाले आरोपी पर केस दर्ज किया है.
झूठी शिकायत देने वाले आरोपी का नाम कुणाल है जो सूरजकुंड के चार्मवुड विलेज का रहने वाला है. कुणाल ने क्राइम ब्रांच 48 प्रभारी राकेश कुमार को 1 अगस्त को बताया था कि उसने रैपिडो के जरिए 31 जुलाई को एक मोटरसाइकिल राइड बुक की थी जो उसे लेकर शूटिंग रेंज के रास्ते होते हुए सूरजकुंड आ रहा था तो रास्ते में बाइक चालक ने पेशाब के बहाने मोटरसाइकिल रोकी और किसी को फोन करने लगा. इसी दौरान वहां पर दो मोटरसाइकिल पर 4 लड़के आए जिन्होंने कुणाल के साथ मारपीट करके उसका मोबाइल फोन, पर्स तथा स्मार्ट वॉच छीन ली और फरार हो गए. पीड़ित कुणाल ने रैपिडो मोटरसाइकिल चालक तथा अन्य चार लड़कों पर लूट का इल्जाम लगाया था जो कि जांच में झूठे पाए गए जिसके लिए आरोपी कुणाल पर 182 आईपीसी के तहत करवाई की गई है.
दूसरा मामला क्राइम ब्रांच 85 प्रभारी जोगिंदर सिंह की टीम द्वारा दर्ज किया गया है जिसमें आरोपी ने खुद को पीड़ित बताकर मोटरसाइकिल की चोरी का झूठा केस दर्ज करवाया था. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि झूठी शिकायत देने वाले आरोपी का नाम देवेंद्र है जो बल्लभगढ़ के सुनपेड़ गांव का निवासी है. 11 सितंबर 2021 को देवेंद्र ने पुलिस थाना आदर्श नगर बल्लभगढ़ में केस दर्ज करवाया कि उसकी बुलेट मोटरसाइकिल चोरी हो गई है. बाद में पुलिस जांच में सामने आया कि देवेंद्र ने अपनी मोटरसाइकिल मनोज नाम के व्यक्ति को बेच दी थी और उसकी चोरी का झूठा केस दर्ज करवा दिया. आरोपी देवेंद्र के खिलाफ झूठी शिकायत देने की कार्रवाई की गई है.
क्राइम ब्रांच 65 प्रभारी ब्रह्म प्रकाश की टीम ने भी ऐसे ही एक मामले का पर्दाफाश किया है जिसमे आरोपी का नाम नवीन है. उसकी ग्रेटर नोएडा में एमपी ऑटो मोबाइल नाम से कंपनी है जो फरीदाबाद से निशा कास्टिंग के मालिक जयपाल से अपनी कंपनी का ऑटो पार्ट्स का सामान खरीदता है. 11 जून को नवीन ने पुलिस थाना सदर बल्लभगढ़ में शिकायत दी कि 10 जून की रात जयपाल व उसके साथी नीटू ने गांव दयालपुर के पास उसकी गाड़ी छीन ली तथा उनका अपहरण करके 10 लाख रुपये लूट लिए. क्राइम ब्रांच टीम ने शिकायतकर्ता नवीन से गहनता से पूछताछ की तो शिकायत झूठी निकली. नवीन ने बताया कि वह फरीदाबाद से जयपाल की कंपनी से कुछ सामान लेकर जा रहा था परंतु उसने बाद में पैसे देने की बात कही पर जयपाल ने उसकी बात नहीं मानी और सामान वापस उतरवा लिया. इसका बदला लेने के लिए नवीन ने जयपाल व उसके साथी के खिलाफ झूठी शिकायत दी थी. नवीन ने बताया कि उसके 10 लाख रुपए नोएडा के मकान में सुरक्षित हैं. इसके पश्चात आरोपी की निशानदेही पर 10 लाख रुपए बरामद किए गए. पुलिस ने नवीन के खिलाफ झूठी शिकायत देखकर पुलिस को गुमराह करने तथा पुलिस तथा अदालत का समय बर्बाद करने के जुर्म में भारतीय दंड संहिता की धारा 182 के तहत केस दर्ज किया है.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस आयुक्त ने झूठी शिकायत करने वालों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ऐसी शिकायतों के कारण निर्दोषों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है और कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ते हैं. नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में फरवरी से जुलाई तक 6 महीनों में झूठी शिकायत देने वालों के खिलाफ 122 केस दर्ज किए जा चुके हैं जिसमे फरवरी के 15, मार्च के 25, अप्रैल के 19, मई के 25, जून के 21 तथा जुलाई के 17 मुकदमे शामिल हैं.
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