राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार देर रात हुई भारी बारिश ने 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार रात 11.30 बजे से सुबह 5.30 बजे के बीच छह घंटों में 82 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली और 81.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. जबकि इस महीने 186.2 मिमी बारिश अब तक हो चुकी है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, 125 साल के दौरान मई में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है. पिछला रिकॉर्ड मई 2008 का है, जब 165 मिमी बारिश दर्ज की गई थी.
दिल्ली-NCR में अचानक से बदले मौसम के मिजाज की मुख्य वजह बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नम हवाएं हैं. जो कि यहां के वातावरण के साथ मिलकर ये स्थिति पैदा कर रही है.
आनेवाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली में आनेवाले दिनों में मौसम का मिजाज ऐसा ही दिखने को मिलेगा. मौसम विभाग ने आज भी बारिश का अनुमान जताया है. जबकि 28 मई से लेकर 31 मई तक भी दिल्ली में बारिश रहेगी. यानी आनेवाले कुछ दिनों तक दिल्लीवासियों को बारिश से निजात नहीं मिलने वाली है.
मुंबई में जल्द पहुंचा मानसून
दूसरी और दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रविवार को महाराष्ट्र में दस्तक दे दी है, इसी के साथ राज्य में 35 वर्षों में पहली बार इतनी जल्दी मानसून पहुंचा है. आईएमडी की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि 1990 में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 20 मई को महाराष्ट्र में दस्तक दी थी. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी. वर्ष 2009 के बाद से ऐसा पहली बार है जब मानसून इतनी जल्दी केरल पहुंचा है. साल 2009 में मानसून 23 मई को केरल पहुंचा था. सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून तक केरल में दस्तक देता.