दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की AHTU टीम ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने एक शख्स की हत्या करने के बाद उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था. वो पिछले चार सालों से अंतरिम जमानत पर बाहर आने के बाद फरार चल रहा था. कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ था. आरोपी की पहचान सोनू उर्फ चिकू उर्फ मनोज के रूप में हुई है, जो दिल्ली के नजफगढ़ स्थित गोपाल नगर का रहने वाला है. उसे पानीपत स्थित बिरला ओपस पेंट रिफाइनरी से गिरफ्तार किया गया. वह हत्या के उस सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी है, जिसमें मृतक का सिर काटकर शरीर से अलग कर दिया गया था और शव के अंगों को अलग-अलग फेंका गया था.
सिर काटकर नाली में फेंक
यह मामला साल 2016 का है, जब दिल्ली के कंझावला थाना इलाके में एक युवक का कटा हुआ सिर बरामद हुआ था. जांच में सामने आया कि आरोपी का मृतक अनिल से झगड़ा हुआ था, जिसके चलते वह बदला लेने की फिराक में था. उसने अपने साथियों सोमबीर और पंकज के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची. मृतक को स्कॉर्पियो गाड़ी में बंधक बनाकर पहले गोली मारी गई और फिर पहचान छुपाने के लिए उसका सिर काटकर पास की नाली में फेंक दिया गया.
इस तरह पकड़ा गया आरोपी
साल 2020 में सोनू को अपने कैंसर पीड़ित पिता के इलाज के नाम पर 30 दिन की अंतरिम जमानत मिली थी. लेकिन वह फिर कभी जेल नहीं लौटा और फरार हो गया. उसे पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम लगातार प्रयास कर रही थी. आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा था. लेकिन तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर आखिरकार उसे ट्रेस कर लिया गया. टीम ने पंजाब, हिमाचल और हरियाणा में करीब 600 किलोमीटर की पीछा कर उसे धर दबोचा.
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह आठवीं तक पढ़ा है और पहले आरटीवी चलाता था. बाद में वह हरियाणा से दिल्ली तक अवैध शराब की सप्लाई करने लगा. फरारी के दौरान वह ट्रक चला रहा था और लगातार जगह बदलता रहा. फिलहाल आरोपी को अदालत में पेश किया गया है और उसकी गिरफ्तारी की सूचना संबंधित थाना कंझावला को दे दी गई है.