दिल्ली मेट्रो के आखिरी कोच में जाएगा सामान! जानिए क्या है अपडेट

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने बताया कि कार्गो सर्विस शुरू होने से सड़क परिवहन पर निर्भरता कम होगी, जिससे भीड़भाड़ कम होगी और वाहनों से होने वाले एमिशन (emission) पर अंकुश लगेगा.

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कार्गो सर्विस के लिए आखिरी कोच का इस्तेमाल किया जाएगा
नई दिल्ली:

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) अब कार्गो सर्विस की शुरुआत करने जा रहा है. इसको लेकर दिल्ली मेट्रो और ब्लू डार्ट ने शहरी लॉजिस्टिक्स सेवा के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. यानी अब जल्द ही मेट्रो के जरिए दिल्ली-एनसीआर में पैकेजों की ढुलाई की जाएगी. हालांकि ये सेवा नॉन पीक ऑवर के दौरान ही होगी. ताकि यात्रियों को इससे कोई असुविधा न पहुंचे. इस पहल से डीएमआरसी और ब्लू डार्ट दोनों ही संगठनों की पर्यावरणीय जिम्मेदारी और अधिक सतत लॉजिस्टिक्स समाधान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को बल मिलेगा. साथ ही सड़क पर यातायात और प्रदूषण में कमी आई है.

डीएमआरसी के एक बयान के अनुसार, यह पहल - पूरे दक्षिण एशिया प्रशांत क्षेत्र में अपनी तरह की पहली पहल है. यह पर्यावरण संरक्षण और अधिक टिकाऊ माल ढुलाई समाधानों को बढ़ावा देने के लिए डीएमआरसी और ब्लू डार्ट, दोनों की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है. डीएमआरसी ने कहा कि इस सहयोग के तहत, ब्लू डार्ट गैर-व्यस्त घंटों के दौरान मेट्रो ट्रेनों के माध्यम से माल ढुलाई करेगी, जल्द माल ढुलाई की तेज़ और अधिक विश्वसनीय आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए उपलब्ध क्षमता का उपयोग करेगा.

  1. फिलहाल कार्गो सर्विस के लिए आखिरी कोच का इस्तेमाल किया जाएगा. क्योंकि आखिर कोच में यात्रियों की आवाजाही कम होती है.
  2. सबसे पहले ब्लू लाइन पर इस सर्विस को शुरू करने का प्लान है. उम्मीद है कि कुछ हफ्तों में ये सर्विस शुरू हो जाएगी.
  3. डीएमआरसी ने बताया कि इस कदम से सड़क परिवहन पर निर्भरता कम होगी, जिससे भीड़भाड़ कम होगी और वाहनों से होने वाले एमिशन (emission) पर अंकुश लगेगा.
  4. डीएमआरसी के अनुसार इस पहल के तहत, डीएमआरसी दिल्ली-एनसीआर में एक टिकाऊ शहरी माल नेटवर्क स्थापित करने के लिए अपने स्टेशनों और पटरियों का लाभ उठा रहा है.
  5. इसका उद्देश्य परिचालन दक्षता को बढ़ावा देना, डिलीवरी की समयसीमा को कम करना और मेट्रो परिसरों को माल ढुलाई केंद्र में बदलकर कम कार्बन उत्सर्जन के साथ शहरी माल ढुलाई प्रणालियों का समर्थन करना है.

इस अग्रणी मॉडल के साथ, डीएमआरसी और ब्लू डार्ट नवाचार के साथ स्थिरता को एकीकृत करके शहरी लॉजिस्टिक्स को फिर से परिभाषित करेंगे, जिससे महानगरीय क्षेत्रों में माल आवाजाही के लिए एक हरित और अधिक कुशल भविष्य सुनिश्चित होगा.

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