शराब नीति घोटाला केस: सीएम केजरीवाल से पहले जमानत पर कौन-कौन आया बाहर

सीएम अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से आज बेल (Arvind Kejriwal Bail) मिल गई है. वह 11वें आरोपी हैं, जिनको शराब नीति घोटाला मामले में जमानत मिल गई है.

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दिल्ली:

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बेल (Arvind Kejriwal Bail Hearing) मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट ने शराब नीति घोटाला मामले में उनको जमानत दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को ईडी की तरफ से दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था, लेकिन रिहाई से पहले ही सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.अब उनको जमानत मिल गई है. उनसे पहले पूर्व उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत चार नेता और कई बिजनेसमैन भी जेल से बाहर आ चुके हैं. अब तक इस मामले में किस-किसको जमानत मिल चुकी है, टाइमलाइन देखिए.

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मनीष सिसोदिया

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार गिरफ्तार किया गया था. 26 फरवरी 2023 को भ्रष्टाचार के मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी. ईडी ने सीबीआई के FIR से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उनको 9 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया था. उन पर साल 2021-22 में शराब व्यापारियों को लाइसेंस और टेंडर के जरिए फायदा पहुंचाने का आरोप लगा था. लंबी सुनवाई के बाद 9 अगस्त 2024 को उनको सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई.

BRS नेता के कविता

तेलंगाना के पूर्व सीएम चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को ईडी ने दिल्ली शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था. पहले उनके घर पर रेड हुई, उनको हरासत में लिया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. के कविता को उसी मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हुई थी. के कविता पर उस साउथ लॉबी का हिस्सा होने का आरोप था, जिन्होंने दिल्ली की उत्पाद शुल्क नीति तैयार करने में केजरीवाल सरकार के मंत्रियों और अन्य लोगों के साथ मिलकर साजिश रची थी.  कविता पर दिल्ली में रिश्वत के तौर पर 100 करोड़ रुपए भेजने का भी आरोप लगा. ईडी ने 15 मार्च 2024 को उनको गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया था. 27 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने उनको जमानत दे दी.

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संजय सिंह

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह पर भी दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में षड्यंत्र रचने का आरोप लगा था.ईडी ने उनको पीएमएलए के तहत आरोपी बनाया था.उन पर बिचौलिए दिनेश अरोड़ा के जरिए 2 करोड़ रुपए जुटाने का आरोप लगा था.इस मामले में 4 अक्तूबर 2023 को संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया था. अप्रैल 2024 में सुप्रीम कोर्ट से उनको जमानत मिल गई थी.

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विजय नायर

आम आदमी पार्टी के पूर्व कम्युनिकेशन इंचार्ज और सिसोदिया के करीबी विजय नायर को सीबीआई ने सबसे पहले 27 सितंबर 2022 को गिरफ्तार किया था. नवंबर महीने में उनको ईडी ने भी गिरफ्तार कर लिया था. नायर पर शराब नीति प्रोविजन में बदलाव करने का आरोप लगा था. उनको शराब के ठेकों के लाइसेंस के आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में संलिप्तता और षडयंत्र के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन पर साउथ ग्रुप से हवाले के जरिए 20-30 करोड़ के लेनदेन का भी आरोप लगा था. 3 सितंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने उनको जमानत दे दी थी.

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अरुण पिल्लई

अरुण पिल्लई हैदराबाद बेस्ड बिजनेसमैन हैं.6 मार्च 2023 को ईडी ने उनको गिरफ्तार किया था. उन पर शराब नीति मामले में साउथ ग्रुप के साथ मीटिंग करने का आरोप था. उनको के कविता का करीबी माना जाता है. कहा गया था कि जांच के दौरान उन्होंने गलत बयान दिए और सबूत नष्ट किए. पिल्लई पर शराब कंपनी इंडोस्पिरिट के मैनेजिंग डायरेक्टर समीर महेन्द्रू से रिश्वत लेने और यह पैसा बाद में अन्य लोगों को देने का भी आरोप लगा था. सीबीआई ने भी उन पर केस दर्ज किया, लेकिन गिरफ्तार नहीं किया था. 11 सितंबर 2024 को दिल्ली हाई कोर्ट ने उनको जमानत दे दी.

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अभिषेक बोइनपल्ली

अभिषेक बोइनपल्ली को अरुण पिल्लई का करीबी माना जाता है. उनके सीबीआई ने 10 अक्तूबर 2022 को गिरफ्तार किया था. वहीं ईडी ने 14 नवंबर को इसी मामले में उनको गिरफ्तार किया था.शराब नीति का फायदा लेने के लिए साउथ ग्रुप के साथ काम करने का आरोप अभिषेक पर लगा था.ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भी उनको आरोपी बनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च 2024 को उनको अंतरिम जमानत दे दी थी.

समीर महेंद्रू

समीर महेंद्रू चर्चित शराब कारोबारियों में शामिल हैं. वह इंडोस्पिरिट कंपनी के डायरेक्टर हैं. दिल्ली शराब घोटाला मामले में भी उनका नाम सामने आया था. वह साउथ ग्रुप से भी जुड़े रहे हैं. 7 सितंबर 2022 को पहले सीबीआई और बाद में ईडी ने उनको गिरफ्तार किया था.उन पर शराब लाइसेंस के बदले आम आदमी पार्टी को 4.5 करोड़ रुपए की घूस देने का आरोप था.ईडी ने पीएमएलए के तहत उन पर केस दर्ज किया था. दिल्ली हाई कोर्ट ने 9 सितंबर 2024 को उनको बेल दे दी थी.

दिनेश अरोड़ा

दिनेश अरोड़ा दिल्ली के एक बिजनेसमैन हैं. उनको मनीष सिसोदिया का करीबी माना जाता है. वह शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार होने वाले सबसे पहले आरोपियों में शामिल हैं. अगस्त 2022 में वह सरकारी गवाह बन गए थे. आरोप है कि दिनेश ने संजय सिंह के कहने पर दिल्ली चुनाव के लिए फंड जुटाया और 32 लाख का चेक सिसोदिया को दिया. 6 जुलाई 2023 को ईडी ने उनको गिरफ्तार किया था. लेकिन सरकारी गवाह बनते ही एक महीने बाद ही उनको जमानत मिल गई थी. 

राघव मगुंटा  

YSR कांग्रेस सांसद के बेटे और मगुंटा श्रीनिवासुलु के बेटे राघव मगुंटा को दिल्ली शराब नीति मामले में 10 फरवरी 2023 को ईडी ने गिरफ्तार किया था. वह साउथ ग्रुप के सदस्य भी हैं. उन पर शराब नीति के घोटाले की योजना बनाने और  इस योजना से बड़ा फायदा लेने का आरोप है. उन पर 192.8 करोड़ रुपए जुटाने का आरोप लगा था.दिल्ली हाई कोर्ट ने 10 अगस्त 2023 को उनको जमानत दे दी थी. 

शरथ रेड्डी

शरथ रेड्डी को ईडी ने 10 नवंबर 2022 को शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था. ईडी ने शरथ को उनकी कंपनी के जरिए 5 रिटेल जोन को कंट्रोल करने का आरोपी बनाया था. दिल्ली हाई कोर्ट ने 8 मई 2023 को उनको जमानत दे दी थी. बाद में वह ईडी के गवाह बन गए और केजरीवाल की गिरफ्तारी मामले में उन्होंने गवाही दी थी.