दिल्ली में आज अक्षय तृतीया पर 21,000 शादियां, करीब 1,000 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद

अक्षय तृतीया वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है, जो इस साल बुधवार को पड़ रही है. माना जा रहा है कि इस वर्ष अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर दिल्ली में करीब 21,000 शादियां होंगी जिससे एक दिन में ही 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है.

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अक्षय तृतीया वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है
नई दिल्ली:

अक्षय तृतीया के दिन कोई शुभ काम किया जाए तो उसका फल कभी खत्म नहीं होता. अक्षय तृतीया वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है, जो इस साल बुधवार को पड़ रही है. माना जा रहा है कि इस वर्ष अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर दिल्ली में करीब 21,000 शादियां होंगी जिससे एक दिन में ही 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है.अक्षय तृतीया वर्ष का सबसे व्यस्ततम दिन माना जाता है. 

शादियों के लिए सबसे व्यस्त दिन 

उद्योग मंडल चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) का कहना है कि अक्षय तृतीया के शादियों के लिए बेहद व्यस्त दिन होने से दिल्ली और आसपास के तमाम बैंक्वेट हॉल, होटल, कैटरर, सैलून, साज-सज्जा से जुड़े लोग, इवेंट मैनेजर और ऑर्केस्ट्रा सहित तमाम लोगों को फायदा होगा. सीटीआई ने अनुमान लगाया है कि बुधवार को दिल्ली में शादी-ब्याह से जुड़ा कुल कारोबार 1,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है.

सिर्फ सोने-चांदी में 200 करोड़ का कारोबार 

सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा, 'अधिक मांग रहने से इस दिन बैंक्वेट हॉल और होटलों के किराये में ही 10-15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.' सीटीआई के महासचिव और स्वर्ण व्यापारी गुरमीत अरोड़ा ने कहा कि अकेले सोने और चांदी में ही लगभग 200 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है. हालांकि, सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर होने के कारण खरीदार हल्के वजन के आभूषणों में अधिक रुचि दिखा रहे हैं. अरोड़ा ने आगे कहा, 'सोने की कीमत में काफी वृद्धि हुई है. पिछले साल अक्षय तृतीया पर 73,500 रुपये की तुलना में इस समय 10 ग्राम सोने की कीमत लगभग 97,000 रुपये है. इसकी वजह से व्यापारी ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए छोटे, हल्के सोने और हीरे के आभूषणों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.'

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शादी में सबसे अधिक आभूषणों पर होता है खर्चा 

एक आकलन है कि परिवार आम तौर पर शादी के बजट का लगभग 10 प्रतिशत कपड़ों पर, 15 प्रतिशत आभूषणों पर और पांच-पांच प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स, मिठाइयों और सूखे मेवों पर खर्च करता है.सीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गर्ग ने कहा कि शादियों के दौरान उपहार में दी जाने वाली वस्तुओं पर लगभग चार प्रतिशत खर्च होता है. इसके अलावा परिवहन, फोटोग्राफी और संगीत से संबंधित सेवाओं पर भी कुल मिलाकर लगभग 15 प्रतिशत खर्च होता है.
 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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