भले ही क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrencies) की वैधानिकता और नियमन को लेकर संशय बना हो, लेकिन इसका बाजार लगातार बढ़ता ही जा रहा है. और अब तो Tesla, Twitter और शायद Amazon जैसी कंपनियां भी Bitcoin में दिलचस्पी दिखा रही हैं. माना जा रहा है कि इससे कई हफ्तों से गिरावट का सामना कर रही इस वर्चुअल करेंसी में फिर से तेजी आ सकती है. इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला ने सोमवार को बिटकॉइन को लेकर अपना समर्थन दिखाया था, जिसके बाद बिटकॉइन में बढ़त आई और सबसे ज्यादा पॉपुलर यह क्रिप्टोकरेंसी 40,000 डॉलर के स्तर के करीब पहुंच गई.
वहीं, ऐसी खबर भी आई थी कि रिटेल की दिग्गज कंपनी Amazon क्रिप्टो टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर विचार कर रही है. इसके बाद एशियाई बाजार में बिटकॉइन में 15 फीसदी की तेजी दर्ज हुई और यह 39,681 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. इसके बाद यूरोपीय बाजारों में बिटकॉइन 38,880 डॉलर के स्तर पर आ गया.
विश्लेषकों का कहना है कि इतनी सारी घटनाओं के चलते बिटकॉइन में अचानक उछाल आया है.
टेस्ला और एमेजॉन की दिलचस्पी से बाजार में मची हलचल
यूएस के एक इन्वेस्टमेंट ग्रुप Ark Invest ने पिछले हफ्ते वर्चुअल करेंसी को बढ़ावा देने के लिहाज से एक इवेंट 'The B Word' का आयोजन किया था. इस ग्रुप के चलते टेस्ला के फाउंडर इलॉन मस्क और ट्विटर के हेड जैक डॉर्सी का वर्चुअल करेंसी को लेकर समर्थन फिर से सामने आया. इलॉन मस्क का रुख इसे लेकर दोहरा रहा है. उन्होंने क्रिप्टो को लेकर सकारात्मक रुख भी दिखाया है, लेकिन वो इससे पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर भी अपनी चिंता जता चुके हैं.
इस बार उन्होंने कहा कि हो सकता है कि टेस्ला ग्राहकों से पेमेंट में बिटकॉइन लेने को मंजूरी दे दे, जिसके चलते बिटकॉइन की कीमतें बढ़ी हैं.
बता दें कि इस साल अप्रैल में बिटकॉइन में ऐतिहासिक उछाल आई थी. इस करेंसी में एक साल में 290 फीसदी की उछाल आई थी और अप्रैल में यह 65,000 डॉलर के अपने ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था. लेकिन इसके बाद इस करेंसी में 40 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
मस्क के बाद एमेजॉन ने ब्लॉकचेन स्ट्रेटजी और डिजिटल करेंसी से जुड़े जॉब के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला था, जिसके बाद बाजार में फिर हलचल दिखी.
ऑनलाइन ब्रोकरेज Oanda के एनालिस्ट क्रेग अर्लम ने कहा कि, 'बिटकॉइन एक बार फिर से उड़ान भर रहा है और ऐसा लग रहा है कि इसके पीछे एमेजॉन या खासतौर पर उसकी ओर से की गई एक जॉब पोस्टिंग वजह है.' उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि कॉन्ट्रैक्ट्स भरने के लिए ट्रेडर्स बिटकॉइन खरीद रहे हैं, उसके चलते भी कीमतों में बढ़ोतरी हुई हो.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)