हरियाणा के क्रिप्टो स्टार्टअप से बढ़ी माइनिंग की संभावना

माइनिंग में क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस को ब्लॉकचेन पर वैलिडेट किया जाता है. ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के साथ ही सिस्टम को भी सिक्योर करना होता है

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रूस की सरकार ने क्रिप्टो माइनिंग को बढ़ावा देने की योजना बनाई है
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  • माइनिंग में क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस को ब्लॉकचेन पर वैलिडेट किया जाता है
  • क्रिप्टो माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत होती है
  • चीन ने पिछले वर्ष क्रिप्टो माइनिंग पर बैन लगाया था
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डेयरी इंडस्ट्री के लिए पहचान रखने वाले हरियाणा के रोहतक में क्रिप्टो माइनिंग भी शुरू हो गई है. New Edge Soft Sol के माइनिंग फार्म में इसके लिए 300 से अधिक ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPU) का इस्तेमाल हो रहा है. फर्म का इलेक्ट्रिसिटी पर प्रति माह का खर्च 3 लाख रुपये का है. 

इस माइनिंग फार्म में तीन इंजीनियर विभिन्न शिफ्ट्स में उन मशीनों की निगरानी करते हैं जो Ethereum की माइनिंग करती हैं. माइनिंग में क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस को ब्लॉकचेन पर वैलिडेट किया जाता है. ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के साथ ही सिस्टम को भी सिक्योर करना होता है. दुनिया भर में कंप्यूटर्स इसे प्रूफ-ऑफ-वर्क के साथ कर सकते हैं. इसका मतलब है जटिल एल्गोरिद्मिक प्रॉब्लम को सॉल्व करना. इसके लिए सिस्टम की स्पीड और ताकत महत्वपूर्ण होती है. New Edge Soft Sol की शुरुआत एम टेक की डिग्री ले चुके प्रदीप ने अपनी पत्नी ज्योति लांबा के साथ महामारी के दौरान की थी. वे खुद के लिए माइनिंग करने के साथ ही अपनी मशीनों पर ऐसे क्लाइंट्स को भी सर्विस देते हैं जो इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं लेकिन जिनके पास इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है. 

फर्म का 14 गीगाहैश के माइनिंग सेंटर में इलेक्ट्रिसिटी की लगभग 35,000 यूनिट्स की खपत होती है. रिग्स से निकलने वाली गर्म हवा को इमारत की छत पर लगी एक बड़ी टर्बाइन खींचती है और एक कूलर से ताजा हवा बाहर से आती है जिससे तापमान बरकरार रहता है. माइनिंग फार्म के साथ मौजूद एक कमरे में इंजीनियर रिग के डेटा की निगरानी करते हैं. इसमें क्लाइंट, तापमान और आउटपुट के बारे में जानकारी शामिल होती है. रिग क्रिप्टो माइनिंग के लिए जरूरी हार्डवेयर में शामिल एलिमेंट्स का सिस्टम होता है. 

इस फर्म के रोहतक को क्रिप्टो माइनिंग के लिए चुनने के पीछे एक बड़ा कारण इस शहर में रेंट सस्ता होना है. इस वर्ष के बजट में सरकार ने कहा था कि क्रिप्टो माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को एक्विजिशन की कॉस्ट के तौर पर नहीं माना जाएगा और इसके लिए डिडक्शन की अनुमति नहीं होगी. सरकार के इस फैसले से क्रिप्टो माइनिंग करने वालों को झटका लगा था. चीन ने पिछले वर्ष क्रिप्टो माइनिंग पर बैन लगाया था. इसके बाद से अमेरिका सहित बहुत से देशों में क्रिप्टो माइनिंग बढ़ी है. रूस की सरकार ने क्रिप्टो माइनिंग को बढ़ावा देने की योजना भी बनाई है. हालांकि, कुछ देशों में क्रिप्टो माइनिंग से इलेक्ट्रिसिटी की खपत बढ़ने का विरोध भी किया जा रहा है. ईरान ने इस वजह से हाल ही में क्रिप्टो माइनिंग पर अस्थायी रोक लगाई थी.  
 

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