Coinbase पर Solana के लिए मिलेंगे स्टेकिंग बेनेफिट्स

Solana के लिए Coinbase पर स्टेकिंग का मौजूदा अनुमानित रिटर्न लगभग 3.85 प्रतिशत एनुअल पर्सेंटेज यील्ड (APY) का है

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स्टेकिंग से क्रिप्टोकरेंसी होल्डर्स को रिटर्न बढ़ाने का मौका मिलता है

बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक Coinbase ने यूजर्स के लिए कॉइन स्टेकिंग पोर्टफोलियो का दायरा बढ़ाया है. एक्सचेंज ने Solana के लिए स्टेकिंग बेनेफिट्स को शुरू किया है, जिससे SOL इनवेस्टर्स को रिवॉर्ड मिलेंगे. ये रिवॉर्ड एक्सचेंज के नेटवर्क में SOL कॉइन्स की होल्डिंग और स्टेकिंग के लिए दिए जाएंगे. Solana के लिए Coinbase पर स्टेकिंग का मौजूदा अनुमानित रिटर्न लगभग 3.85 प्रतिशत एनुअल पर्सेंटेज यील्ड (APY) का है. रिवॉर्ड प्रत्येक तीन से चार दिनों में दिए जाएंगे.

स्टेकिंग के प्रोसेस में एक ब्लॉकचेन नेटवर्क को सपोर्ट करने के लिए क्रिप्टो एसेट्स को डिपॉजिट और ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करना शामिल होता है. प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) माइनिंग को सपोर्ट करने वाली ब्लॉकचेन्स स्टेकिंग की अनुमति देती हैं. स्टेकिंग से क्रिप्टोकरेंसी होल्डर्स को रिटर्न बढ़ाने का मौका मिलता है. Solana एक PoS ब्लॉकचेन है. यह SOL होल्डर्स को अपने एसेट्स होल्ड करने और रिटर्न कमाने का मौका देती है. Coinbase ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, "यूजर्स Solana को खुद या स्टेकिंग सर्विस के जरिए स्टेक कर सकते हैं लेकिन यह प्रोसेस मुश्किल है. यूजर्स को एक्सचेंज की ओर से Solana नेटवर्क में शामिल होने और रिवॉर्ड हासिल करने का एक आसान और सुरक्षित तरीका उपलब्ध कराया जा रहा है." 

इसके लिए लोगों को Coinbase के ऐप पर Solana कॉइन्स को खरीदना होगा या एक्सचेंज के साथ अपने एकाउंट में इन कॉइन्स को डिपॉजिट करना होगा. इससे वे ऑटोमैटिक तरीके से रिवॉर्ड हासिल कर सकेंगे. एक्सचेंज की ओर से 25 प्रतिशत की कमीशन डिडक्ट करने के बाद यूजर्स को रिटर्न दिया जाता है. Coinbase ने डिजिटल एसेट्स सेगमेंट में बड़ी गिरावट के कारण हाल ही में अपनी वर्कफोर्स को 18 प्रतिशत घटाने का फैसला किया था. अमेरिका में हेडक्वार्टर रखने वाली इस फर्म का कहना है कि इंडस्ट्री के इस मुश्किल दौर में उसने कॉस्ट में कमी करने के लिए यह कदम उठाया है. 

इस फैसले से एक्सचेंज के 1,000 से अधिक एंप्लॉयीज की छंटनी होने का अनुमान है. Coinbase ने इसकी चपेट में आए एंप्लॉयीज को ईमेल के जरिए यह जानकारी दी है. एक्सचेंज के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Brian Armstrong ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा था, "हमारी टीम के साइज को लगभग 18 प्रतिशत कम करने का मुश्किल फैसला लिया गया है. इससे इकोनॉमिक स्लोडाउन के दौरान फर्म की मजबूत स्थिति को पक्का किया जा सकेगा." 

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