यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस दुनिया भर से आर्थिक प्रतिबंधों का सामना कर रहा है. इतना ही नहीं, कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसी यूज़रों पर भी प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं. कई पॉपुलर साउथ कोरियाई एक्सचेंजेज़ ने रूसी यूजरों के आईपी एड्रेस पर बैन लगाने का फैसला है. ऐसा डर है कि रूस क्रिप्टकरेंसी इकोसिस्टम के माध्यम से आर्थिक प्रतिबंधों से बच सकता है. ऐसे में यूक्रेन की सरकार ने एक्सचेंजों से अपील की है कि वो रूसी क्रिप्टो अकाउंट्स पर एक ब्लैंकेट बैन यानी पूरी तरह से बैन कर दें.
ये भी खबर आई थी कि यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री मिखाइलो फेदोरोव रूसी और बेलारूसी नेताओं और उनके सहयोगियों के क्रिप्टो वॉलेट से जुड़ी जानकारी साझा करने पर इनाम देने का भी ऑफर किया था.
बहुत से ग्लोबल एक्सचेंजेज़ हैं, जिन्होंने डिसेंट्रलाइजेशन के नैतिक कारणों का हवाला देकर ऐसा करने से इनकार कर दिया है, वहीं साउथ कोरियाई एक्सचेंजों ने इसके बावजूद रूसी आईपी एड्रेसेज़ पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
Yonhap News Agengy के हवाले से एक रिपोर्ट आई जिसके मुताबिक, साउथ कोरियाई क्षेत्रों में एक्टिव कई क्रिप्टोकरेंसीज़ ने यूक्रेन को अपना समर्थन देने के संकेत के रूप में रूस पर प्रतिबंध लगाने का कदम उठाया है. Bithumb, Korbit और Gopax जैसे क्रिप्टो एक्सचेंजों ने अपने रूसी क्लाइंट्स के आईपी एड्रेस प्रतिबंधित कर दिए थे. यहां तक कि Gopax ने तो रूसी नागरिकों की ओर से रजिस्टर्ड 20 क्रिप्टो अकाउंट्स भी फ्रीज़ करने की घोषणा कर दी थी.