क्‍या Dogecoin और Shiba Inu के दिन गए? टॉप-10 से बाहर हुईं ये Cryptocurrency

पिछले एक महीने में DOGE की कीमत में 21.7 फीसदी और SHIB की कीमत में 24.9 फीसदी की गिरावट आई है.

Advertisement
Read Time: 3 mins
D

क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट में इस साल की शुरुआत से ही अनिश्‍चितताओं का दौर है. बिटकॉइन (Bitcoin) समेत तमाम क्रिप्‍टोकरेंसी अपने वैल्‍यू में गिरावट से जूझ रही हैं. साल 2021 में हमने डॉग-थीम वालीं क्रिप्‍टो कॉइन ‘डॉजकॉइन' (DOGE) और ‘शीबा इनु' (SHIB) को लोकप्रियता के नए आयाम छूते हुए देखा था, लेकिन 2022 इनके लिए किसी सदमे जैसा है. डॉजकॉइन और शीबा इनु टोकन बीते कई हफ्तों से मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में क्रिप्टोकरेंसी की टॉप-10 लिस्‍ट से बाहर हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्‍या इन दोनों क्रिप्‍टोकरेंसी के दिन अब लद गए हैं. 

CoinGecko के हाल के आंकड़ों के अनुसार DOGE और SHIB की वैल्‍यू क्रमश: 0.1132 डॉलर और 0.00002191 डॉलर के आसपास है. दोनों ही कॉइंस ने पिछले साल निवेशकों के इन्‍वेस्‍टमेंट को कई गुना बढ़ाकर सुर्खियां बटोरी थीं. इन्‍हें कई बड़े नामों का भी समर्थन मिला है. खासतौर पर एलन मस्‍क का, जो डॉजकॉइन को सपोर्ट करते हैं. लेकिन अभी मार्केट में इनकी वैल्‍यू नीचे बनी हुई है. DOGE और SHIB दोनों उन कीमतों से काफी नीचे हैं, जो उन्होंने पिछले साल अपनी पॉपुलैरिटी के दौरान पाई थी. यही वजह है कि दोनों क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट कैपिटलाइजेशन में टॉप-10 क्रिप्टो असेट्स नहीं हैं. 

आंकड़े बताते हैं कि DOGE वर्तमान में 13वें नंबर पर है, जबकि मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में SHIB 15वें स्थान पर है. पिछले एक महीने में DOGE की कीमत में 21.7 फीसदी और SHIB की कीमत में 24.9 फीसदी की गिरावट आई है. बात करें इस पूरे साल की, तो 1 जनवरी 2022 से डॉजकॉइन की कीमत में लगभग 31.7% की गिरावट आई है, जबकि शीबा इनु की कीमत में लगभग 35.5% की गिरावट दर्ज की गई है. 

तो क्‍या इन कॉइंस की कीमतों में गिरावट का यह मतलब समझा जाए कि इन करेंसी में इन्‍वेस्‍टमेंट का वक्‍त अब जा चुका है. financialexpress से बातचीत में Vauld के CEO और को-फाउंडर दर्शन बथिजा कहते हैं कि निवेश के लिए डॉजकॉइन या शीबा इनु पर विचार करना इन्‍वेस्‍टर के जोखिम पर है. ये दोनों बेहद अस्थिर क्रिप्टो हैं.

वहीं, WazirX के वाइस प्रेसिडेंट राजगोपाल मेनन कहते हैं कि दोनों ही कॉइन इंडियन एक्सचेंजों पर टॉप-ट्रे‍डेड क्रिप्टो में से एक हैं. बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान हमने देखा है कि लोग बेचने के बजाय SHIB को खरीदना चाहते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश करने से पहले हरेक क्रिप्टो प्रोजेक्ट को ध्यान से देखना चाहिए.

Featured Video Of The Day
Israel-Iran War पर S Jaishankar का बड़ा बयान: 'पूरे विश्व की नज़र मध्य पूर्व पर है, जो चिंता का विषय है'