उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कासगंज (Kasganj) के एक गांव में मोती नाम के बदमाश को वारंट तामील कराने गए दारोगा और सिपाही पर बदमाशों ने हमला किया, जिसके बाद सिपाही (Police Constable) की हत्या कर दी गई जबकि दारोगा (Sub Inspector) को बुरी तरह पीटकर खेत में फेंक दिया गया. घटना कासगंज के नगला धीमर की है. मृत सिपाही का नाम देवेंद्र और दारोगा का नाम अशोक है. बुधवार की सुबह तक फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम कासगंज में घटनास्थल पर पहुंच गई है और मौके से साक्ष्य जुटा रही है. आला पुलिस अफसर भी मौके पर क्राइम सीन की जांच कर रहे हैं.
बता दें कि कासगंज जिले में मंगलवार को देर रात वांछित शराब माफिया को वारंट तामील कराने गए पुलिस दल पर हुए प्राणघातक हमले में एक सिपाही की मौत हो गई तथा दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए. जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने संवाददाताओं को बताया, "आज शाम को सिढ़पुरा थाने के दरोगा अशोक कुमार और आरक्षी देवेंद्र नगला धीमर गांव में एक वांछित अपराधी की तलाश में गए थे. वहां दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है, जिसमें हमारे साथी सिपाही देवेंद्र शहीद हो गए."
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही मृतक सिपाही के परिजन को 50 लाख रुपए और एक आश्रित को नौकरी देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री इस घटना की लगातार निगरानी रख रहे हैं. उन्होंने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
घायल दारोगा अशोक कुमार ने अस्पताल में इलाज के दौरान बताया कि वह सिपाही देवेंद्र के साथ मोती नामक अपराधी को वारंट की तामील कराने गए थे तभी उसके साथियों ने उन्हें पकड़ लिया और बुरी तरह पीटा.
इस बीच राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज की घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है. कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार का समझौता न करते हुए सम्बन्धित दोषियों के विरुद्ध अविलम्ब व सख्त कार्रवाई की जाए.
(इनपुट भाषा से भी)