मुंबई पुलिस सूत्रों के मुतबिक मार्च महीने से देश के तकरीबन 9 राज्यों में तलाशी के बाद आरोपी पकड़ में आया है. खास बात है कि दिल्ली में उसके आने की जानकारी मिलने के बाद ख़बर देने वाले ने पुलिस के कहने पर उसे इतनी शराब पिलाई की वो अपने होश में नही रहा . उसके बाद दिल्ली पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार कर मुम्बई लाया गया है.
28 जनवरी 2024 को वडाला ट्रक टर्मिनल पुलिस स्टेशन में एक बारह वर्षीय लड़के का अज्ञात आरोपी द्वारा अपहरण का मामला दर्ज हुआ था.दो महिने बाद 5 मार्च 2024 को ईस्टर्न फ्रीवे के पास खाड़ी में उस नाबालिग क्षत-विक्षत अवस्था में शव मिला था.
9 राज्यों की पुलिस थी सतर्क
नाबालिग का शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले में हत्या की धारा जोड़कर उसकी तलाश शुरू की. शुरूआती जांच में पता चला कि आरोपी का नाम बिपुल बिरेन सिकारी है और उसके उपर पहले ही उसकी अपनी पत्नी की हत्या का मामला दर्ज था. उक्त अपराध में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी. आरोपी जब पश्चिम बंगाल की बर्दवान जेल में सजा काट रहा था तो कोरोना काल में उसे पैरोल पर रिहा किया गया था . जिसके बाद फरार होकर वो मुंबई के वडाला में छिप कर रह रहा था.
पुलिस ने ऐसे बिछाई जाल
डीसीपी प्रशांत कदम ने मीडिया को बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए 8 टीमों का गठन किया गया था. 9 राज्यों में पुलिस उसकी तलाश में गई. जम्मू कश्मीर और दिल्ली में उसके छिपने या जाने के संभावित ठिकानों पर महीनों पुलिस टीम रही. स्थानीय लोगों को भरोसे में लिया और आखिरकार उसके दिल्ली कमला मार्केट इलाके में आने की जानकारी मिली तो उसे दिल्ली पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अरोपी ने नाबलिग का लैंगिक शोषण किया था और उसे डर था कि वो उसका नाम घर वालों को बता सकता है इसलिए उसकी हत्या कर वडाला में मैंग्रोव के दलदली इलाक़े में फेंक दिया था.