नोएडा पुलिस की बड़ी कामयाबी, अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री के लिए ले जा रहे हथियार, उपकरण बरामद, तीन गिरफ्तार

डीसीपी ने आरोपियों के हवाले से बताया कि वे विदेशी हथियारों को खरीद कर पहले उसका अध्ययन करते थे, उसके  पार्ट को खरीदते थे और उसकी असेम्बलिंग कर विदेशी पिस्टल की तर्ज पर नई पिस्टल बनाते थे और रहीश के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अपराध जगत से जुड़े लोगों को एक लाख रुपये तक में बेच देते थे.

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नोएडा पुलिस ने हथियारों के तीन तस्करों को भारी मात्रा में हथियार समेत गिरफ्तार किया है.
नोएडा/नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में पुलिस ने अवैध हथियारों की फैक्ट्री बनाने के लिए ले जाए जा रहे उपकरण और अवैध हथियारों के साथ तीन  तस्करों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, मैगजीन और फैक्टरी स्थापित करने के उपकरण बरामद हुए हैं.

क्राइम ब्रांच नोएडा और थाना बिसरख पुलिस ने अवैध हथियारों की फैक्ट्री बनाने के लिए ले जाए जा रहे, उपकरण और अवैध हथियारों के साथ तीन बदमाशों को थाना बिसरख क्षेत्र के शाहबेरी के पास से गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आफताब पुत्र जमील, शकील पुत्र जमील, सगीर पुत्र जमील तीनों शातिर किस्म के अवैध हथियारों के तस्कर हैं जिन्हें क्राइम ब्रांच नोएडा  और थाना बिसरख पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान शाहबेरी के पास से गिरफ्तार किया है.

नोएडा पुलिस के डीसीपी क्राइम अभिषेक ने बताया कि हमें सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ हथियार तस्कर मेरठ में एक नई अवैध हथियारों की फैक्ट्री का सेटअप करने के लिए मेरठ जाने के लिए गौत्तम बुद्ध नगर से होकर गुजरेंगे.  इस सूचना पर स्वाट टीम और थाना बिसरख टीम ने ज्वाइंट ऑपरेशन के द्वारा एक कार में सवार तीनों तस्करों को घेर लिया. फिर उनकी कार को हॉट चेस करके शाहबेरी बिसरख क्षेत्र से सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.

डीसीपी ने बताया कि तस्करों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस मैगजीन और फैक्टरी स्थापित करने के उपकरण बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि वे हथियारों के पार्ट्स दिल्ली में सलीम से खरीदते हैं और असेम्बलिंग कर बेचते थे. उनकी रहीश से मिलने की योजना थी ताकि एक और फैक्ट्री लगाई जा सके. 

डीसीपी ने आरोपियों के हवाले से बताया कि वे विदेशी हथियारों को खरीद कर पहले उसका अध्ययन करते थे, उसके  पार्ट को खरीदते थे और उसकी असेम्बलिंग कर विदेशी पिस्टल की तर्ज पर नई पिस्टल बनाते थे और रहीश के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अपराध जगत से जुड़े लोगों को एक लाख रुपये तक में बेच देते थे.

डीसीपी अभिषेक ने बताया कि पुलिस ने इनके पास से 10 पिस्टल, कारतूस, अर्धनिर्मित हथियार तथा अवैध शस्त्र बनाने में प्रयोग होने वाले उपकरण व सामग्री बरामद की है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह 2010 में दिल्ली सेल से हाशिम पिस्टल के साथ अवैध असलहों के निर्माण एवम व्यापार में जेल गया था. जेल से आने के बाद लगातार तस्करी कर रहा है और अब तक 500 से अधिक पिस्टल इसने रहीश के माध्यम से बेची है.

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