स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने रविवार को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक बस से करीब एक किलो चरस जब्त की, जिसे संभवत: मुंबई पहुंचाया जाना था. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. एनसीबी की इंदौर इकाई ने यह छापेमारी की है. मुंबई में इस मामले में एक कैब चालक समेत दो व्यक्तियों को पकड़ा गया है. अधिकारी ने कहा कि कुख्यात मादक पदार्थ डीलर बबलू पटरी द्वारा संचालित एक गिरोह के सदस्यों को मुंबई में मादक पदार्थ पहुंचाने की योजना थी. पटरी फिलहाल जेल में है.
एनसीबी के एक अधिकारी ने बताया, ''गुप्त सूचना मिली थी कि इंदौर से मुंबई में उच्च गुणवत्ता वाले चरस की डिलीवरी होने की संभावना है, जिसके आधार पर यह छापेमारी की गई. पटरी के करीबी सहयोगी तौफीक को डिलीवरी लेनी थी, लेकिन ऐसा होने से पहले एनसीबी ने छापेमारी कर मादक पदार्थ जब्त कर लिया.'' जांच के दौरान पता चला कि तौफीक इंदौर में मौजूद गिरोह के संपर्क में था, लेकिन उनसे संपर्क करने के लिए एक कैब चालक के मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था. यहां उपनगर कुर्ला का रहने वाला तौफीक मध्य प्रदेश शहर में एनसीबी की छापेमारी की जानकारी पाकर फरार हो गया.
उन्होंने कहा कि तौफीक जिस कैब चालक शोएब कुरैशी के फोन का इस्तेमाल कर रहा था, उसे कुर्ला में हिरासत में ले लिया गया, लेकिन प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह गिरोह से जुड़ा नहीं था. अधिकारी ने कहा कि पटरी राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन-प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत दर्ज एक मामले में जेल में है, जबकि तौफीक उसके लिए काम करता था. उन्होंने कहा कि चरस की जब्ती के संबंध में एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि तौफीक को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.