सरकारी विद्यालय की गर्भवती शिक्षिका की चाकू मारकर हत्या करने की वारदात के एक महीने बाद पुलिस ने रविवार को एक 17 वर्षीय लड़के को पकड़ा, जिसके साथ शिक्षिका के कथित तौर पर विवाहेतर संबंध थे. पुलिस ने कहा कि लड़का रिश्ता खत्म करना चाहता था, लेकिन शिक्षिका उस पर इसे जारी रखने के लिए दबाव बना रही थी. पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि नाबालिग आरोपी को पकड़ लिया गया है और उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा.
पुलिस के अनुसार अंबेडकरनगर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के पठानपुर अतरौली निवासी सुप्रिया वर्मा बीकापुर तहसील क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका थीं. वह पति व अपनी मां के साथ अयोध्या में रहती थीं.
पांच मांह की गर्भवती सुप्रिया वर्मा की गत एक जून को दोपहर के वक्त अयोध्या के श्रीरामपुरम कॉलोनी में धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी. वारदात के समय वह घर में अकेली थीं.
पुलिस ने बताया कि महिला का एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़के से कथित तौर पर प्रेम था और वह लड़का इस रिश्ते से बाहर निकलना चाहता था, लेकिन वह उस पर संबंध बनाये रखने के लिए दबाव बना रही थीं.
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेश कुमार पांडेय ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि नाबालिग लड़का शिक्षिका के साथ अपने रिश्ते से बाहर आना चाहता था, क्योंकि लड़का समाज और परिवार में अपनी प्रतिष्ठा से डरता था। उन्होंने कहा कि शिक्षिका कभी नहीं चाहती थी कि वह उस रिश्ते को समाप्त करे.
पांडेय ने बताया कि वह लड़के पर रिश्ते में बने रहने का दबाव बना रहीं थी, जिससे परेशान होकर लड़का घर में घुसा और शिक्षिका को धारदार हथियार से मार डाला.
उन्होंने कहा कि लड़के ने लोगों का ध्यान हटाने के लिए घटना को लूट का रूप देने की कोशिश की. इसके लिए लड़के ने कमरे में रखी गई आलमारी से 50 हजार रुपये नकद और अन्य कीमती सामान ताला तोड़कर उठा लिए.
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल पर मिली एक शर्ट से सुराग लगाया, क्योंकि यह कपड़ा मृतका के पति का नहीं था. इसी से जांच को एक नई दिशा मिली. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से सभी सामान बरामद कर लिए हैं.